उत्तर प्रदेश वाराणसी

बाला लखंदर हत्याकांडका राजफाश, चार बंदी


प्रतिशोध, हत्याके मामलेमें फंसाये जानेकी रंजिशमें करायी गयी थी हत्या

जौनपुर (का.सं)। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने चार को असलहों संग गिरफ्तार कर बुधवार को सैदनपुर वार्ड के सभासद व हिस्ट्रीशीटर बाला लखंदर यादव की हत्या का राजफाश कर दिया। पुलिस का दावा है कि भाई की हत्या के प्रतिशोध व गांव में हुई हत्या के मामले में फर्जी फंसाए जाने की रंजिश में बाला की हत्या की गई थी। एसपी जीआरपी प्रयागराज ने राजफाश करने वाली पुलिस टीम को 50 हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है।

जौनपुर जंक्शन (भंडारी स्टेशन) थाने में पत्रकार वार्ता में एसपी प्रयागराज डा. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि बाला लखंदर की हत्या के मामले में गहन छानबीन के बाद प्रकाश में आए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें ओम चंद गुप्ता, उमेश गौड़ निवासी सैदनपुर, थाना लाइनबाजार, जय दीप प्रकाश गायकवाड़ थाना पंडरपुर महाराष्ट्र व रितेश सिंह निवासी रामपुर नद्दी थाना मडिय़ाहूं हैं। इनके पास से दो पिस्टल, चार कारतूस, चार मोबाइल फोन व वारदात में प्रयुक्त पल्सर बाइक बरामद हुई है। उन्होंने बताया कि सन 2016 में सैदनपुर गांव के ओम प्रकाश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में फर्जी तरीके से ग्राम प्रधान के पुत्रों को आरोपी बना दिया गया था। इसके कुछ ही दिन बाद ग्राम प्रधान के पुत्र की पीटकर हत्या कर दी गई थी। प्रधान के पुत्र ओम गुप्ता ने भाई की हत्या के प्रतिशोध व ओम प्रकाश यादव की हत्या में फर्जी तरीके से फंसाए जाने की साजिश रचने का जिम्मेदार मानते हुए बाला लखंदर यादव की सुनियोजित ढंग से हत्या करा दी। मालूम हो कि गत एक फरवरी को सिटी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के पश्चिमी छोर पर रात करीब सवा आठ बजे बाला लखंदर की गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी गई थी। मालूम हो कि हत्या के बाद मृतक के भाई जितेंद्र यादव ने मडिय़ाहूं के ब्लॉक प्रमुख लाल प्रताप यादव समेत तीन को भूमि विवाद में हत्या करने का आरोपित नामजद किया था। एसपी डा. बृजेश कुमार सिंह ने दावा किया कि इस ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी सुलझाना बड़ी चुनौती थी, जिस पर उनकी टीम खरी उतरी। गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली टीम में एसओ जीआरपी जौनपुर जंक्शन थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह, कैंट वाराणसी थाना एसएचओ अशोक दुबे, पीडीडीयू थाना एसएचओ आरके सिंह व उनके हमराही, और सर्विलांस टीम के कांस्टेबल राकेश कुमार दुबे, हेड कांस्टेबल फिरोज अहमद खान, वेद प्रकाश तिवारी, रोहित रंजन उपाध्याय रहे।