पटना। राजद ने बिहार विधान परिषद की खाली 24 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर पहली बार स्पष्ट कर दिया कि बिहार में कांग्रेस के साथ राजद का कोई संबंध नहीं रहेगा। राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने शुक्रवार को मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए साफ कह दिया कि बिहार में एमएलसी का चुनाव राजद अकेले लड़ेगा। कांग्रेस के साथ सिर्फ केंद्र में गठबंधन रहेगा। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी करीब हफ्ते भर पहले ऐसा संकेत दे दिया था, फिर भी कांग्रेस को उम्मीद थी कि कोई न कोई रास्ता निकल आएगा। इसी आस में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा एवं राज्यसभा सदस्य अखिलेश प्रसाद सिंह दिल्ली में लालू-तेजस्वी से मुलाकात की जुगत में जुटे थे, जो संभव नहीं हो पाया।
राजद में 10 फरवरी को नेतृत्व बदलने की बात करने वाले मूर्ख
लालू प्रमुख ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दौरान तेजस्वी को राजद की कमान सौंपे जाने की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसे लोग मूर्ख हैं, जो इस प्रकार की बात कर रहे हैं। भविष्य में क्या होगा और क्या नहीं, यह सब पहले ही लोग तय कर रहे हैं। केवल मूर्ख लोग ही ऐसी बात को फैला रहे हैं। दरअसल, कुछ मीडिया (दैनिक जागरण नहीं) में खबर चल रही थी कि 10 फरवरी को पटना में प्रस्तावित राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दौरान ही तेजस्वी को कमान सौंप दी जाएगी। एम्स में रूटीन चेकअप के लिए गए लालू ने कहा कि अगर वह डाक्टरों ने इजाजत दी तो वह 10 फरवरी को पटना जाएंगे, नहीं तो वर्चुअल तरीके से शिरकत करेंगे।