पटना (आससे)। कोरोना के नये वेरियंट ओमिक्रॉन को लेकर विदेश से बिहार पहुंचे लोगों की तलाश शुरू कर दी गयी है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर रविवार को सभी जिलों के सिविल सर्जनों ने विदेशी यात्रियों की तलाश के लिए कोरोना जांच टीम को टास्क सौंपा है। जानकारी के अनुसार, विदेश से आने वाले बिहार के पता वाले 281 पासपोर्ट धारकों में कई लोग घर पर मौजूद नहीं मिले हैं। सूत्रों के अनुसार सभी जिलों के सिविल सर्जनों को निर्देश दिया गया है कि कोरोना के नये वेरियंट को लेकर सख्ती से कोरोना की जांच करें। विदेश से आने वाले लोगों की पहचान होने के बाद उनकी आरटीपीसीआर जांच अवश्य कराएं।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, कोरोना के नये वेरियंट को लेकर विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की जांच सुनिश्चित करने सहित अन्य विषयों को लेकर सोमवार को सभी जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जनों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक बुलायी गयी है। इसमें कोरोना की नियमित जांच को गति देने, टीकाकरण अभियान के संचालन, कोरोना नियमों के पालन किए जाने आदि की समीक्षा की जाएगी और आवश्यक दिशानिर्देश दिए जाएंगे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, अपर सचिव, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहेंगे।
जानकारी के अनुसार किसी विदेशी यात्री को आरटीपीसीआर जांच में संक्रमित पाए जाने पर जीनोम सिक्वेंसिंग कराने की तैयारी की गयी है। इसके लिए जिलों से कोरोना जांच सैंपल एकत्र कर विश्व स्वास्थ्य संगठन के कर्मियों के माध्यम से सीधे जिनोम सिक्वेंसिंग जांच लैब में जांच करायी जाएगी। गौरतलब है कि 26 नवंबर को विदेशों से भारत आने वालों में 281 यात्री बिहार के पता वाले पासपोर्टधारक हैं। केंद्र सरकार ने बिहार के नाम-पता वाले पासपोर्टधारकों की सूची भी राज्य सरकार को उपलब्ध करा दी है।