बिहार के छपरा में जहरीली शराब से 20 लोगों की मौत हो गई है। कई लोगों का इलाज चल रहा है। इन मौतों को लेकर बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में जमकर हंगामा हुआ। BJP ने इन मौतों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया और सदन के अंदर और बाहर नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।विपक्ष के हंगामे से नीतीश कुमार ने अपना आपा खो दिया। गुस्से में उन्होंने BJP विधायकों की तरफ इशारा किया और कहा- क्या हो गया, ए, चुप हो जाओ। मुख्यमंत्री के इस व्यवहार से BJP विधायक नाराज हो गए और नीतीश कुमार को माफी मांगने को कहा। भारी हंगामे के बाद सदन कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।जहरीली शराब से मौतों पर मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार का अजीब बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने भी कानून बनाया, लेकिन इसके बाद भी रेप और हत्या हो रही है ना। शराबबंदी भी वैसे ही है। शराब से मौत तो दूसरे राज्यों में भी हो रही है।वहीं, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बोले कि बीजेपी सदन नहीं चलने दे रही है और दोनों सदनों की कार्रवाही बाधित करके जनता के पैसे की बर्बादी कर रही है। शराबबन्दी को लेकर जो लोग सवाल कर रहे है, वे लोग भी शराबबन्दी के समर्थन में थे। BJP जब सत्ता में थी, उस समय कितने लोग जहरीली शराब से कितने लोग मरे थे। यह भी जनता जानती है।बेगूसराय से सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बोले राज्य में शराब से रोज मौतें हो रही हैं, लेकिन नीतीश कुमार अपनी जिद पर अड़े हैं। बिहार में शराब भगवान की तरह हो गई। जैसे भगवान दिखते नहीं लेकिन सब जगह है। वैसे ही बिहार में शराबबंदी है, लेकिन शराब सब जगह मिलती है। नीतीश कुमार की नाक के नीचे ही बिहार में शराब बिक रही है। नीतीश को लगता है कि इसमें BJP का हाथ है तो कार्रवाई करें। कौन मना कर रहा है।कुढ़नी से भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक केदार प्रसाद गुप्ता ने शपथ ली। शपथ लेने के बाद आज उन्होंने कहा कि उपचुनाव में जनता ने महागठबंधन को संदेश दे दिया है और अगर यह लोग बूथ कैप्चर नहीं करते तो 20000 वोट से हार जाते। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का इकबाल बिहार में खत्म हो चुका है। सरकार शराबबंदी कानून पर चर्चा कराने से भाग रही है।
