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- ऑफलाइन टिकट की व्यवस्था भी रहेगी पूर्ववत
- अभी एक हजार दर्शक प्रतिदिन घूम सकेंगे नेचर सफारी लेकिन आने वाले दिनों में संख्या बढ़ाकर की जायेगी चार हजार
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बिहारशरीफ। नेचर सफारी घूमने आने वाले लोगों को नये वित्तीय वर्ष में अब सहूलियत होगी। राजगीर पहुंचकर अब टिकट के लिए धक्कम-धुक्की नहीं करना होगा। वन विभाग इसके लिए ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था करने जा रही है। आगामी कल से यानी नये वित्तीय वर्ष के शुरुआत से घूमने वाले लोग ऑनलाइन टिकट का लाभ ले सकेंगे, जिसके लिए 31 मार्च के शाम पांच बजे से ऑनलाइन टिकट की बुकिंग शुरू हो गयी है। यह जानकारी नालंदा के वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास अहलावत ने दी।
मीडिया से बात करते हुए विकास अहलावत ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है नेचर सफारी। लोगों का अपार उत्साह इसे देखने के लिए मिल रहा है, जो राजगीर में पर्यटन को बढ़ावा देने का एक शुभ संकेत है। सफारी के बनने से पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुई है। विभाग की योजना है कि प्रतिदिन कम से कम एक हजार लोग नेचर सफारी देखेंगे और इसी को ध्यान में रखकर ऑनलाइन एक हजार टिकट बेचने का पहल शुरू किया गया है। तीन दिन पहले से ऑनलाइन टिकट की बुकिंग हो सकेगी और पहले की तरह ऑफलाइन टिकट भी बिकती रहेगी ताकि राजगीर पहुंचकर लोगों को निराशा हाथ ना लगे।
ऑनलाइन टिकट बुकिंग होने से लोग अपना प्लान तैयार कर यहां पहुंचेंगे और उसी हिसाब से अपने होटल आदि का रिजर्वेशन भी करा सकेंगे। वन प्रमंडल पदाधिकारी ने बताया कि सोमवार को अभी नेचर सफारी बंद रहता है लेकिन रविवार को आने वाले पर्यटकों को अगले दिन यह बंद मिलता है। मेरा प्रयास रहेगा कि सोमवार के बजाय इसे मंगलवार को बंद किया जाये। इसके लिए पहल करूंगा। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों यहां पर्यटकों के पहुंचने की तादाद बढ़ाई जायेगी। 4 हजार तक लोगों को एक दिन में इंट्री दिया जा सकेगा और एक्टिविटी भी बढ़ाई जायेगी। इसके लिए चरणबद्ध तरीके से पहल चल रहा है।
विकास अहलावत ने कहा कि नेचर सफारी बखूबी चल रही है और लोगों को भा रही है। इसके बारे में लोग गलत प्रचार ना करें। यह नालंदा हीं नहीं बिहार की धरोहर है, जिसके जरिये बिहार में पर्यटन को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने आम लोगों से किसी भी प्रकार के अफवाह से बचने और नेचर सफारी में पहुंचकर इसका आनंद उठाने की अपील की है।