पटना

बिहारशरीफ: जिले में कोविड वैक्सीनेशन की बेहतरी ने त्योहारी सीजन में लोगों को दिलाई राहत


      • नालंदा में 66.2 फीसदी लोगों को पड़ा कोविड वैक्सीन का दूसरा डोज
      • जिला के एवरेज वैक्सीनेशन से 10 प्रखंड फिसड्डी

बिहारशरीफ (नालंदा)। कोविड पर नियंत्रण के लिए प्रभावकारी कदम साबित हो रहा है कोविड वैक्सीनेशन। यही वजह है कि केंद्र और राज्य सरकार लगातार अधिक से अधिक लोगों को कोविड वैक्सीन का दोनों डोज लगाने में जुटी हुई है। इसी के तहत नालंदा जिले में भी कोविड वैक्सीनेशन को गति दी जा रही है। लगातार अभियान के रूप में इसे चलाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोग वैक्सीनेट हो सके। नालंदा जिले के लिए यह गौरव की बात है कि अब तक 66.2 फीसदी लोग कोविड वैक्सीन का दो डोज लगवा चुके है।

नालंदा जिले में कुल 295 वार्डों में विभक्त कर कोविड वैक्सीनेशन चलाया गया और इसके अच्छे परिणाम सामने आने लगे। शुरुआत  दौर में जागरूकता का अभाव तो कभी वैक्सीन की कमी अभियान में आड़े हाथ आयी थी लेकिन अब जिला प्रशासन की लगातार पहल का अच्छा फलाफल सामने देखने को मिल रहा है। जिले में 18 से 45 आयु वर्ग के 20 लाख 76 हजार 347 लोगों को कोविड वैक्सीन के लिए चिन्हित किया गया था, जिसमें 12 लाख 98 हजार 339 यानी कि 62.5 फीसदी लोगों को कोविड का पहला डोज दिया गया।

06 अक्टूबर तक 06 लाख 15 हजार 365 लोगों को कोविड वैक्सीन का सेकेंड डोज देने का लक्ष्य रखा गया था। इसके विरुद्ध 4 लाख 84 हजार 298 लोगों को कोविड वैक्सीन का दूसरा डोज दिया गया। इस प्रकार इस आलोक्य अवधि में 78.7 फीसदी उपलब्धि हासिल की गयी। जिले में कोविड वैक्सीन के पहला और दूसरा डोज के लिए जो लक्ष्य रखा गया था वह था 2691712 जिसके विरुद्ध अब तक 1782637 यानी 66.2 फीसदी लोगों को वैक्सीन दे दिया गया। यह एक बड़ी उपलब्धि है।

अब जबकि पर्व त्योहारों का सीजन है। भीड़भाड़ बढ़ने लगी है। पंचायत चुनाव भी चल रहा है। ऐसे में कोविड प्रसार का थमा रहना यह साबित करता है कि कोविड वैक्सीनेशन का अच्छा असर हुआ है। जिले में 66 फीसदी से अधिक लोग को वैक्सीन दे दिया जा चुका है और जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की जो तैयारी है, त्योहारी सीजन में यह प्रतिशत 75 फीसदी तक पहुंच सकता है।

बिहारशरीफ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 66 पार्ट में विभक्त कर कोविड वैक्सीनेशन शुरू किया गया, जहां 3 लाख 60 हजार 160 लोगों को 18 से अधिक आयु वर्ग के रूप में चिन्हित किया गया था, जिनमें 287505 लोगों को पहला डोज दिया जा चुका है। जबकि इस प्रखंड में पहला और दूसरा डोज 534596 लोगों को देने का लक्ष्य था, जिसके विरुद्ध 404187 यानी कि 75.6 फीसदी लोगों को वैक्सीन दे दिया गया। वैक्सिनेशन में सबसे बेहतर प्रगति कतरीसराय प्रखंड का रहा है, जहां के 81.2 फीसदी लोग वैक्सीन ले चुके है।

दूसरे नंबर पर गिरियक प्रखंड रहा है जहां के 78.8 फीसदी, बिहारशरीफ तीसरे स्थान पर जहां 75.6 फीसदी, थरथरी चौथे स्थान पर जहां 72.4, करायपरशुराय पांचवें स्थान पर जहां 71.9 तथा 71.2 फीसदी वैक्सीनेशन के साथ बिंद छठे स्थान पर रहा है। इसी प्रकार परबलपुर में 67.2, नगरनौसा में 67.6, राजगीर में 65.8, एकंगरसराय में 64.8, सरमेरा में 63.8, हरनौत 68, अस्थावां में 66.4, बेन,  में 63.6, नूरसराय में 60.1, चंडी में 62.6, रहुई में 55.7, सिलाव में 56.3 जबकि हिलसा में 56.9 तथा इस्लामपुर प्रखंड मे 56 पीसदी वैक्सीनेशन हुआ है।

जिले का औसत वैक्सीनेशन 66.2 फीसदी है और एवरेज से कम वैक्सीनेशन वाले प्रखंडों में 10 प्रखंड शामिल है, जिनमें राजगीर, एकंगरसराय, सरमेरा, बेन, नूरसराय, चंडी, रहुई, सिलाव, हिलसा तथा इस्लामपुर प्रखंड शामिल है।