नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री रहते अपने 21 सालों के कार्यकाल के दौरान उन्होंने कभी भी छुट्टी नहीं ली और लोगों की सेवा करने का सौभाग्य मिला. पीएम ने कहा कि उनका ये भी सौभाग्य रहा कि इस दौरान वो कभी बीमार नहीं पड़े. उन्होंने कहा कि इन 21 सालों में कोरोना काल सबसे चुनौतीपूर्ण रहा है और इसलिए इस दौरान किया गया उनका काम इतिहास बनाएगा.
प्रधानमंत्री ने आज संसद सत्र के दौरान नियमित होने वाली भारतीय जनता पार्टी के संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया. बैठक में पार्टी के लोकसभा और राज्यसभा के सांसद मौजूद थे. प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना काल के दौरान सरकार ने जितना काम किया है वो अभूतपूर्व है. पीएम ने कहा कि दुनिया ने इस दौरान भारत के सामर्थ्य को पहचाना है.
उन्होंने सभी पार्टी सांसदों का आह्वान किया कि कोरोना काल में सरकार की ओर से किए गए काम को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करें. कृषि क़ानूनों पर हो रहे विरोध को लेकर पीएम ने सभी सांसदों से धैर्य बरतने की अपील करते हुए कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते उन्होंने पानी के बारे में एक फ़ैसला किया था जिसका शुरू में विरोध हुआ था. हालांकि बाद में लोगों ने उस फ़ैसले के लाभ को पहचान लिया.
आज की बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कोरोना काल के दौरान भारत की विदेश नीति के बारे में सांसदों को जानकारी दी. जयशंकर ने भारत की वैक्सीन कूटनीति के बारे में भी सभी सांसदों को बताया और जानकारी दी कि अभी तक 70 से ज़्यादा देशों को भारत वैक्सीन दे चुका है. बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट को लेकर भी सांसदों को जानकारी दी.