बॉल टेंपरिंग में शामिल रहे बैनक्रॉफ्ट ने हाल ही में नए खुलासे किए हैं. बैनक्रॉफ्ट को इस मामले में क्लार्क का साथ मिला है. क्लार्क ने उन वजहों के बारे में बताया है जिनसे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर टेंपरिंग में शामिल होने का आरोप गंभीर हो जाता है.
साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बॉल टेंपरिंग करने की वजह से विवादों में आ गए हैं. घटना के तीन साल बाद बॉल टेंपरिंग में शामिल रहे ऑस्ट्रेलियाई ओपनर बैनक्रॉफ्ट ने चौंकाने वाले खुलासा किया है. बैनक्रॉफ्ट का आरोप है कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को टेंपरिंग के बारे में जानकारी थी. बैनक्रॉफ्ट को इस मामले में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क का भी साथ मिला है.
क्लार्क ने कहा है कि उन्हें बल्लेबाज बैन बैनक्रॉफ्ट के उस बयान पर कोई हैरानी नहीं है, जिसमें बैनक्रॉफ्ट ने हाल में कहा था कि दक्षिण अफ्रीका में हुई टेस्ट सीरीज के दौरान हुए बॉल टेम्परिंग योजना के बारे में खिलाड़ियों को पहले से ही जानकारी थी. 2018 में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर केप टाउन टेस्ट के दौरान बल्लेबाज बैनक्रॉफ्ट कैमरे में गेंद से छेड़खानी करते हुए पकड़े गए थे.
बैनक्रॉफ्ट के साथ बॉल टेंपरिंग में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर का नाम भी सामने आया था. क्लार्क ने कहा, ” मैं अब आपको बता सकता हूं कि अगर आपने एक पेन पकड़ा, बस एक पेन और उससे मेरे क्रिकेट बैट पर कहीं ‘1’ लिख दिया. हैंडल के ऊपर, बल्ले के किनारे पर, ग्रिप के नीचे, कहीं भी, बस थोड़ा सा नंबर एक, तो मैं इसका नोटिस करूंगा. इस स्तर पर खिलाड़ियों को इस्तेमाल किए जा रहे उपकरणों के बारे में काफी जानकारी होती है और इस पर विश्वास करना मुश्किल है कि गेंदबाजों ने गेंद पर खरोंच के निशान नहीं देखे.”