प्रयागराज, । असद के मुठभेड़ में मारे जाने की खबर से नैनी सेंट्रल जेल में बंद उसका बड़ा भाई अली अहमद विचलित है। गुरुवार दोपहर से ही वह नैनी सेंट्रल जेल की अपनी बैरक में बेचैन है। कभी रोते हुए बैठ जाता तो कभी बाल खींचने लगता या बैरक में इधर से उधर चलते हुए बड़बड़ाने लगता। गुरुवार रात भर उसकी ऐसे ही कटी थी और शुक्रवार को भी दिन भर वह गुमसुम सा बना रहा। शनिवार की सुबह भी उसकी बेचैनी बरकरार रही।
दो भाइयों के जेल में रहते तीसरे ने कर डाला बड़ा कांड
अतीक के पांच बेटों में सबसे बड़ा उमर लखनऊ जेल में है जबकि दूसरे नंबर का अली पिछले साल जुलाई में सरेंडर करने के बाद से नैनी सेंट्रल जेल में बंद है। इन दो बड़े भाइयों के जेल में रहते तीसरे नंबर के असद ने 24 फरवरी को बड़ा कांड कर डाला। असद ने गुलाम समेत अन्य शूटरों के साथ मिलकर राजू पाल हत्याकांड के गवाह रहे उमेश पाल और दो सरकारी गनरों को गोलियों से छलनी कर दिया। घटना के बाद से भाग रहे असद को शूटर गुलाम के साथ गुरुवार दोपहर झांसी में एसटीएफ ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
एनकाउंटर की खबर पर पहले नहीं किया भरोसा, फिर खूब रोया
तकरीबन पौने एक बजे हुए एनकाउंटर की जानकारी नैनी जेल में अली को तीन बजे के बाद जेल कर्मियों के जरिए मिली तो पहले उसे भरोसा ही नहीं हुआ, फिर उसका रोना-बिलखना शुरू हुआ तो रात भर वह गम में डूबा बेचैन रहा। शुक्रवार को भी वह सुबह से उखड़ा रहा। जेल के बंदी रक्षकों से वह गुस्से से बोलता रहा। बाकी समय या तो गुमसुम रहा या आंसू बहाता रहा। सुबह खाने से मना कर दिया। बंदी रक्षकों ने खाने पर जोर दिया तो अली ने गुस्सा दिखाया। फिर दिन भर वह गुमसुम ही रहा। कभी सिर पर हाथ रखकर बैठ जाता तो कभी बैरक की छत की ओर एकटक देखता रहा। रात में भी उसने खाने से इन्कार किया तो बंदी रक्षकों ने दबाव दिया। ना-नुकुर के बाद अली ने खाने की थाली ले ली। भोजन में मिले चावल-दाल रोटी सब्जी में आधा ही उसने खाया और पानी पीकर थाली खिसका दी। शनिवार की सुबह से फिर उसकी बेचैनी बढ़ती दिखी।
फिर होगी कड़ाई से पूछताछ
पुलिस सूत्रों का कहना है कि हालत में सुधार होने पर दोनों भाइयों से फिर से कड़ाई से पूछताछ की जाएगी। अभी तक की पूछताछ में उमेश पाल हत्याकांड से लेकर फरार शूटर के बारे में कई जानकारी मिली है, जिसके आधार पर अलग-अलग टीम काम कर रही है। इसके साथ ही आतंकवाद निरोधक दस्ता और स्पेशल टास्क फोर्स ने माफिया अतीक व उसके भाई अशरफ से लंबी पूछताछ की है। दोनों के सामने सवालों की झड़ी लगाई गई। अधिकांश सवालों का जवाब वह नहीं दे पाए।