- चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट की हालिया टिप्पणी के बाद मीडिया से जुड़ी स्थिति को साफ करते हुए कहा है कि आयोग हमेशा स्वतंत्र मीडिया में भरोसा करता रहा है. चुनाव आयोग ने कहा कि देश में चुनावी लोकतंत्र को मजबूत करने में मीडिया की सकारात्मक भूमिका को इसके सभी सदस्य स्वीकार करते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग की याचिका पर सोमवार को सुनवाई के दौरान कहा था कि लोकतंत्र में मीडिया महत्त्वपूर्ण और पावरफुल वॉचडॉग है और उसे हाई कोर्ट में हुई चर्चाओं की रिपोर्टिंग से रोका नहीं जा सकता है.
चुनाव आयोग ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि आयोग मानता है कि पहले के या मौजूदा चुनावों के संचालन में मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. बयान में कहा गया है कि चुनाव आयोग ने मीडिया के संदर्भ में अपनी स्थिति से जुड़ी हालिया नैरेटिव पर संज्ञान लिया है. बयान के मुताबिक, “चुनाव सुप्रीम कोर्ट के समक्ष इस पर पूरी तरह सहमत था कि मीडिया रिपोर्टिंग पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगना चाहिए.”
चुनाव आयोग के मुताबिक, “आयोग चुनाव प्रबंधन को मजबूत करने और चुनावी प्रक्रिया की शुरुआत से लेकर अंत तक कैंपेनिंग, पोलिंग स्टेशन स्तर से काउंटिंग तक, पारदर्शी कवरेज के लिए मीडिया की भूमिका का सम्मान करता है. मीडिया के साथ सहयोग को लेकर चुनाव आयोग का रुख दोस्ताना है और यह हमेशा ऐसा ही रहेगा.” चुनाव आयोग ने मद्रास हाई कोर्ट की आलोचनात्मक टिप्पणियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, जिसमें उसे कोविड महामारी की दूसरी लहर फैलने के लिए ‘अकेले’ जिम्मेदार ठहराया गया.