मुंबई: मुंबई में कोरोना महामारी बहुत रफृतार से अपने पैर पसार रही है। वहीं मुंबई जहां हर दिन सर्वाधिक कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं, वो ही कोरोना वैक्सीन के स्टाक की जबरदस्त किल्लत झेल रहा है। शुक्रवार को वादे के बावजूद जब कोरोना वैक्सीन मुंबई नहीं पहुंची तो मुंबई मेयर किशोरी पेडनेकर ने पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर बड़ा बयान दिया।
नहीं पहुंची वैक्सीन
मुंबई मेयर पेडनेकर ने दावा किया कि मुंबई के कोविड -19 टीकाकरण केंद्रों में से आधे लोगों को बिना कोरोना वैक्सीन लगवाए वापस जाना पड़ा। मेयर ने बताया कि शुक्रवार को टीकाकरण शुरू नहीं किया क्योंकि उन्हें बताया गया था कि लगभग 76.000 से 1 लाख खुराकें मुंबई तक पहुंचने वाली हैं, लेकिन खुराक नहीं पहुंची।
मेयर बोलीं-पीएम तो गंभीर और सक्रिय लेकिन उनके अंडर में काम करने वाले…..
केंद्र और महाराष्ट्र सरकार के बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर चल रहे इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच मुंबई महापौर ने कहा, “पीएम तो इस टीकाकरण के बारे में गंभीर और सक्रिय हैं लेकिन ऐसा लगता है कि पीएम के अधीन लोग इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।”
केंद्र ने इस आरोप को बताया निराधार
बता दें वैक्सीन की डोज की कमी को लेकर विवाद बुधवार को तब शुरू हुआ जब महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य का वैक्सीन स्टॉक तीन दिनों तक चलेगा और राज्य ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर कोरोना वैक्सीन की कमी की जानकारी दी। वहीं इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि देश में टीकों की कोई कमी नहीं है और राज्यों द्वारा इस तरह के आरोप ‘निराधार’ हैं, अपनी विफलता को कवर करने का ये एक प्रयास है। मंत्री ने अपने बयान में यह भी कहा कि महाराष्ट्र का टीका कवरेज प्रतिशत प्रभावशाली नहीं है।
टीकाकरण सेंटर पर नहीं पहुंची वैक्सीन
गौरतलब है कि कई भाजपा मंत्रियों ने टीके की कमी के बारे में महाराष्ट्र के नेताओं के दावों के खिलाफ रैली की और राज्य में टीके की बर्बादी पर सवाल उठाए हैं। राजेश टोपे ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर पर महाराष्ट्र की वैक्सीन अपव्यय का आंकड़ा बढ़ाने का आरोप लगाया। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार 120 केंद्रों में से 75 में, बीकेसी जंबो टीकाकरण केंद्र समेत मुख्य रूप से निजी अस्पतालों में टीकाकरण अभियान रोकना पड़ा । मुंबई के मेयर ने कहा, “हम कोविड-19 स्थिति का बेहतर तरीके से मुकाबला करने और युद्धस्तर पर सुविधाओं को बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।”
टीकाकरएा केंद्र के डीन ने बताई ये सच्चाई
जबकि केंद्र दोहरा रहा है कि राज्यों को वैक्सीन की डोज पहुंचाई की जा रही है और यह एक सतत प्रक्रिया है, बीकेसी जंबो टीकाकरण केंद्र के डीन राजेश डेरे ने कहा, टीकाकरण की शुरुआत से अब तक, केंद्र से हमेशा बफर स्टॉक मिला है और कभी नहीं क्या इस तरह की स्थिति उत्पन्न हुई जब टीकाकरण को रोकना पड़े। “पहले दिन से, हम बफर स्टॉक के रूप में एक दिन से पहले टीके लगवाते थे। कल तक, हमारे पास इस केंद्र के लिए पर्याप्त संख्या में कोरोना वैक्सीन का स्टाक था। कल रात, हम आज की खुराक प्राप्त करने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन यह नहीं आया है।” केवल 160 खुराक उपलब्ध हैं।