लखनऊ। उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों के ऐलान हो चुके हैं। तारीखों के ऐलान के साथ ही राजनीतिक पार्टियां भी प्रत्याशियों के मंथन में जुट गई है। तो वहीं, एक अप्रैल को भाजपा मुख्यालय पर प्रत्याशियों के नामों को लेकर अहम बैठक होने जा रही है। बैठक के बाद पहले और दूसरे चरण की जिला पंचायत सदस्य सीटों के प्रत्याशियों की सूची जारी हो सकती है।
बैठक में बीजेपी के सभी क्षेत्रीय अध्यक्ष को उनके क्षेत्र के प्रत्याशियों की सूची के साथ बुलाया गया है। यूपी पंचायत चुनाव के बीजेपी प्रदेश प्रभारी विजय बहादुर पाठक ने कहा कि प्रत्याशियों के चयन का काम चल रहा है। पार्टी मजबूती के साथ पंचायत चुनाव लड़ने जा रही है। बता कि एक अप्रैल को होने वाली बैठक में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल के साथ ही प्रदेश के पदाधिकारी और क्षेत्रीय अध्यक्ष शामिल होंगे।
क्षेत्रीय अध्यक्ष क्षेत्र की पहले व दूसरे चरण की जिला पंचायत सदस्यों की सीटों के लिए तय प्रत्याशियों की सूची प्रस्तुत करेंगे। प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा के बाद प्रदेश कमेटी इस सूची को अनुमोदित करेगी। यदि किसी सीट पर कोई मतभेद होगा तो उसका समाधान किया जाएगा। प्रदेश मुख्यालय पर होने वाली इस बैठक के लिए मंगलवार को क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रत्याशियों की सूची को फाइनल करने में जुटे हुए थे।
इसलिए भी खास है इस बार का चुनाव
दरअसल, प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव को 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले का सेमीफइनल माना जा रहा है। यही वजह है कि सत्तधारी दल होने के नाते बीजेपी की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। इस बार का चुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि प्रदेश की मुख्य विपक्षी दलों समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM भी अपनी किस्मत आजमा रही है।