जदयू में विधानसभा एवं लोकसभा प्रभारी का पद समाप्त
(आज समाचार सेवा)
पटना। जदयू के प्रदेश कार्यालय में गुरुवार को कर्पूरी सभागार में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा की अध्यक्षता में पाटी्र की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। उक्त बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजीव रंजन सिंह ‘ललन’ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
इस समीक्षा बैठक में पार्टी के तमाम प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष शामिल हुए। इस दौरान पार्टी की मजबूती और विस्तार पर जोर शोर से चर्चा की गयी। इस समीक्षा बैठक में पार्टी की नयी रणनीति के तहत पार्टी के लोकसभा प्रभारियों एवं पार्टी के तमाम प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्षों के द्वारा जिले में लोकसभा और विधानसभा प्रभारियों की जो नियुक्ति की गयी थी, उसे तत्काल रद्द करने की घोषणा की गयी।
इसके अलावा इस समीक्षा बैठक में पार्टी के तमाम प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष के कामों का आकलन किया गया और इसके माध्यम से पार्टी के सभी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्षों का फीडबैक लिया गया, ताकि पार्टी की मजबूती के लिए कार्यों को सुचारू ढंग से जारी रखा जा सके। बैठक के समापन के बाद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद ललन सिंह ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पार्टी मजबूती के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, जिसमें जिले में कार्यरत लोकसभा और विधानसभा प्रभारी को तत्काल प्रभाव से उनकी नियुक्ति को रद्द कर दी गयी है ऐसा पार्टी हित में निर्णय लिया गया है ताकि पार्टी की मजबूती और विस्तार अभियान को तेज रखा जाए। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि जिले में कार्यरत लोकसभा और विधानसभा प्रभारियों को पार्टी से हटाया नहीं गया है, बल्कि उन्हें सम्मान के साथ जल्द ही पार्टी में अन्य जिम्मेदारियां दी जाएगी, ताकि वे सभी संगठन की मजबूती के लिए कार्य कर सके।
इस अवसर पर उन्होंने यह भी कि पार्टी में अनुशासन जरूरी है। इसलिए इस समीखा बैठक के जरिए पार्टी के प्रकोष्ठï के प्रदेश अध्यक्षों को इसका अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है। उत्तर प्रदेश में होनेवाले विधानसभा चुनाव को लेकर जनता दल यूनाइटेड अपने पुराने स्टैंड पर कायम है। जनता दल यू एनडीए के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश चुनाव लडऩे को इच्छुक है लेकिन यदि एनडीए के साथ तालमेल नहीं हुआ तो जनता दल यूनाइटेड उत्तर प्रदेश में अपने बलबूते चुनाव लड़ेगी।
वहीं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बताया कि नयी रणनीति के तहत पार्टी के तमाम ३२ प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा जिले में कार्यरत लोकसभा और विधानसभा प्रभारियों की नियुक्ति को रद्द की गयी है। हालांकि जिलों में कार्यरत मूल (पार्टी द्वारा मनोनीत) विधानसभा प्रभारी बने रहेंगे। वहीं उन्होंने कहा कि पार्टी की नयी व्यवस्था के तहत जिलों में तैनात पार्टी के जिलाध्यक्षों की नेतृत्व में जिलों में कार्यरत सभी प्रकोष्ठï के जिलाध्यक्षों को ‘तालमेल’ के साथ पार्टी की मजबूती के लिए कार्य करने को कहा गया है। यानी अब पार्टी के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में जिले के तमाम प्रकोष्ठों के जिलाध्यक्षों को कार्य करने का निर्देश दिया गया है।