बर्लिन, रूस से यूरोप के लिए पिछले 10 दिनों से बंद पड़ी प्राकृतिक गैस पाइपलाइन शुरू हो गई है। पाइपलाइन को नियमित रखरखाव के चलते 10 दिनों से बंद किया गया था। पाइपलाइन आपरेटर ने बताया कि पाइपलाइन से प्राकृतिक गैस का प्रवाह शुरू हो गया है। हालांकि, गैस का फ्लो पूरी क्षमता से काफी कम होने की उम्मीद है।
11 जुलाई को बंद हुई थी पाइपलाइन
जर्मनी के लिए नॉर्ड स्ट्रीम 1 पाइपलाइन को 11 जुलाई से रखरखाव के काम के कारण बंद कर दिया गया था। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के चलते जर्मन अधिकारियों ने आशंका जताई थी कि पाइपलाइन शुरू ना हो पाए। दरअसल, इस पाइपलाइन से जर्मनी की गैस आपूर्ति का लगभग एक तिहाई हिस्से की पूर्ति की जाती है।
जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक, आपरेटर नॉर्ड स्ट्रीम एजी ने कहा कि गुरुवार सुबह गैस पाइपलाइन शुरू हो गई है। हालांकि, इसके फ्लो में समय लगेगा। जर्मनी के नेटवर्क नियामक के प्रमुख क्लॉस मुलर ने ट्वीट कर कहा कि गजप्रोम ने पाइपलाइन की क्षमता का लगभग 30 फीसद ही डिलीवरी की सूचना दी थी। गौरतलब है कि जून के मध्य में रूसी सरकार के स्वामित्व वाली गजप्रोम ने गैस के प्रवाह को 40 फीसद क्षमता तक घटा दिया था। इसके पीछे तकनीकी समस्याओं का हवाला दिया गया था।
कनाडा में मरम्मत के लिए भेजा गया टर्बाइन
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को कहा कि गजप्रोम को अभी भी टरबाइन की वापसी के लिए दस्तावेज नहीं मिले हैं। पुतिन ने कहा कि गजप्रोम को जुलाई के अंत में मरम्मत के लिए एक और टर्बाइन बंद करना था। गैस का फ्लो और कम हो सकता है। पुतिन ने आगे कहा कि टर्बाइन कनाडा में मरम्मत के लिए भेजा गया था, लेकिन पाबंदियों के चलते इसे वापस नहीं भेजा गया था इसलिए वह पूरी तरह से गैस आपूर्ति करने में अब समर्थ नहीं है।