जमुई: बिहार के जमुई के छोटे से गांव नोनी के मध्य विद्यालय नोनी से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़े रवि आर कुमार का लंदन की संसद भवन में बोलबाला रहा। 9 सितंबर को वहां आयोजित समारोह में रवि को सम्मानित किया गया। इधर, जमुई में रवि के पिता ने जैसे ही बेटे की तस्वीरें देखी, वे गदगद हो उठे। गांव-प्रखंड और जिले के लिए ये एक उत्साहित कर देने वाली खबर रही। बिहार से निकले रवि को लंदन सरकार ने क्यों सम्मानित किया? हर कोई इस सवाल का जवाब जानने में जुट गया।
चंद्रदीप थाना क्षेत्र के नोनी गांव के रहने वाले रवि आर कुमार की काबिलियत को देखते हुए लंदन सरकार ने सम्मानित किया। मेहनत के दम पर उन्होंने जो मुकाम हासिल किया, उससे लिए संसद भवन में उन्हें आमंत्रित किया गया। लंदन के संसदीय क्षेत्र में अच्छे काम करने के लिए सम्मान पाने वाले रवि आर कुमार एयर फोर्स के लेफ्टिनेंट से सेवानिवृत्त एक तेज दिमाग युवा हैं। रिटायरमेंट के बाद रवि ने दिल्ली में ट्रेडिंग का बिजनेस शुरू किया और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर उन्होंने शेयर मार्केटिंग होल्ड करने वाली कंपनी डाल दी। वे दुबई जा पहुंचे और नव दा पल्स नाम की एक कंपनी शुरू की।
- लंदन सरकार ने हाउस आफ कामन्स में अपने क्षेत्र में सफल लोगों को सम्मानित किया है। वहां के सांसद वीरेंद्र शर्मा ने रवि आर कुमार को आमंत्रित किया था। रवि की कंपनी नव द पल्स स्टाक मार्केट में ट्रेड करते हैं। वहीं उनकी कुबेरा कंपनी फाइनेंसियल अवेयरनेस करती है। इस सम्मान का उद्देश्य एक छोटे से रिसर्च के साथ कैसे बड़ा काम किया जा सकता है, इसके बारे में लोगों को बताना ही रहा।
उक्त जानकारी देते हुए उनके किसान पिता श्रवण सिंह ने कहा कि जिस माता-पिता के बच्चे विदेश में ऐसी सफलता हासिल करें, इससे बड़ी बात क्या होगी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा का मदद मिला। इसके माध्यम से रवि अमेरिका पहुंचे और वहां उन्होंने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से पीएचडी किया। इसके बाद वहां नव द पल्स और कुबेरा दो कंपनियां भी खोल दी। नव द पल्स दुबई बेस्ट कंपनी हैं। इस कंपनी में रवि ट्रेडिंग कोच का काम करते हैं। यही प्रतिभा देखते हुए लंदन सरकार ने उन्हें सम्मानित किया है।
रवि आर कुमार के पिता जहां किसान हैं तो वहीं उनकी मां विद्या देवी आंगनबाड़ी सेविका की जिलाध्यक्ष हैं। रवि ने गांधी इंटर स्कूल नवादा से मैट्रिक किया हुआ है। इसके बाद दिल्ली में उच्च शिक्षा प्राप्त की और लंदन से पीएचडी की। उनके बड़े भाई गंगेश दिल्ली में इंजीनियर हैं।