- केंद्र सरकार ने लखनऊ एटीएस के गिरफ्तार अलकायदा आंतकवादियों के मामले की जांच एनआईए को सौंपने का निर्णय लिया है.
लखनऊ: एटीएस द्वारा गिरफ्तार अलकायदा आंतकवादियों के मामले की जांच केंद्र सरकार ने एनआईए को सौंप दी है. इस मामले में गिरफ्तार तीन आतंकवादियों से अब एऩआईए की विशेष टीम पूछताछ करेगी.
साथ ही इस मामले के विदेशी संबंधों को भी खंगालेगी. एनआईए यह जानने की भी कोशिश करेगी कि इन आतंकवादियों के निशाने पर कौन से नेता थे. लखनऊ एटीएस ने इसी महीने 11 जुलाई को आतंकवादी संगठन अलकायदा से जुड़े संगठन अंसार गजावतुल हिंद से जुड़े आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था. इनके नाम मशीरूद्दीन, मिनहाज और शकील बताए गए थे.
भीड़ भरे वाले स्थान या नेता की रैली में धमाका करने की थी
एटीएस ने छापेमारी के दौरान इनके पास से प्रेशर कुकर बम बनाने का सामान आदि भी बरामद किया था. यह भी पता चला था कि इन लोगों की योजना किसी भीड़ भरे वाले स्थान या नेता की रैली में धमाका करने की थी. लखनऊ में गिरफ्तार इन आतंकवादियों से पूछताछ के दौरान बड़ा खुलासा हुआ था. सूत्रों के मुताबिक जब आतंकवादियों ने अपने आका उमर अल मंडी को बताया कि उन्हें बम बनाना नहीं आता है तो इन्हें इंटरनेट के जरिए बम बनाने की ट्रेनिंग दी गई.
साथ ही बाकायदा यह भी बताया गया कि इस बम को बनाने का सामान स्थानीय मार्केट में आसानी के साथ मिल जाता है. वहीं इसे बनाने में ज्यादा पैसे भी नहीं लगते इसके बाद अपनी जेब से पैसे खर्च करके इन लोगों ने यह प्रेशर कुकर बम बनाया था. लखनऊ एटीएस ने इन लोगों से पूछताछ के बाद इन्हे जेल भेज दिया था.
मामले की जांच एनआईए से कराने का फैसला किया
गृह मंत्रालय के एक आला अधिकारी के मुताबिक इस मामले की गंभीरता और अन्तरराष्ट्रीय आतंकी संबंधो को देखते हुए मामले की जांच एनआईए से कराने का फैसला किया गया और इस बाबत आदेश भी जारी कर दिए गए है. एनआईए सूत्रो के मुताबिक इस मामले मे एनआईए की विशेष जांच टीम जल्द ही इन आतंकियों से पूछताछ करेगी और इनके नेटवर्क को खंगालेगी.