नई दिल्ली। IIM Vadodara के छात्रों द्वारा लंबे समय तक धूप में खड़े रहने वाले पुलिसकर्मियों को राहत प्रदान करने के प्रयास में AC Helmets बनाए हैं। फिलहाल इनका ट्रायल चल रहा है।
लखनऊ पुलिस को भी मिला AC Helmet
वडोदरा और कानपुर ट्रैफिक पुलिस के बाद अब लखनऊ ट्रैफिक पुलिस भी इन हेलमेट का इस्तेमाल कर रही है। देश के अधिकांश हिस्सों में बाहरी तापमान 40-45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के कारण एसी हेलमेट ट्रैफिक पुलिस के लिए एक वरदान साबित हो सकता है, जिससे उन्हें आवश्यक ठंडक पाने में मदद मिलेगी।
खनऊ ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि एसी हेलमेट का इस्तेमाल फिलहाल ट्रायल के तौर पर किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज इलाके में तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को ये हेलमेट मुहैया कराए गए हैं। आने वाले दिनों में पुलिसकर्मियों को ऐसे और हेलमेट उपलब्ध कराए जाएंगे।
कैसे काम करता है एसी हेलमेट
हेलमेट धूप से राहत दिलाने में मदद करता है। ये एसी हेलमेट बैटरी से संचालित होते हैं और इन्हें रिचार्ज करने की आवश्यकता के बिना आठ घंटे तक काम कर सकते हैं। हेलमेट बैटरी से जुड़े होते हैं। इसका वजन लगभग 500 ग्राम है, जो एक नियमित हेलमेट के वजन के बराबर है। एसी हेलमेट वेंट के साथ आते हैं जो हवा प्रसारित करने में मदद करते हैं। इसमें एक वाइजर भी है जो, आंखों के लिए सनशेड का काम करता है।
इससे पहले, वडोदरा और कानपुर में ट्रैफिक पुलिस ने भी इन एसी हेलमेटों को ट्रायल पर रखा है। लखनऊ के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) अजय कुमार के अनुसार, सफल होने पर ये हेलमेट राज्य भर के यातायात अधिकारियों को दिए जाएंगे। कुमार ने कहा, “हेलमेट कमर पर लगी बैटरी से संचालित होता है और इसे लगभग हर आठ घंटे में रिचार्ज करने की आवश्यकता होती है।”