- नई दिल्ली, । अनिश्चतता के इस दौर में उद्योग जगत में भरोसा जगाने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कमान संभाल ली है। देश के विभिन्न राज्यों में लग रहे लॉकडाउन व कफ्र्यू से उद्योग जगत का भरोसा फिर से डगमगाने लगा है, जिसे देखते हुए वित्त मंत्री आगे आई हैं। वे अलग-अलग क्षेत्र की बड़ी कंपनियों व उद्योग संगठनों से उनकी परेशानियों का जायजा ले रही हैं। सीतारमण उद्योगपतियों से कोरोना के कारण उत्पादन एवं कारोबार में होने वाली दिक्कतों की जानकारी मांग रही है ताकि आने वाले समय में वित्त मंत्रालय उद्यमियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए फैसला ले सके।
सीतारमण ने उद्योग संगठन सीआइआइ, फिक्की, एसोचैम, पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स, बांबे चेंबर, बंगाल चेंबर ऑफ कॉमर्स, मद्रास चेंबर ऑफ कॉमर्स, बंगलोर चेंबर ऑफ कॉमर्स, निर्यात संगठन फियो, ऑटो निर्माताओं के संगठन सियाम, आइटी उद्योग के संगठन नैसकॉम समेत एलएंडटी, अपोलो, टीसीएस, मारुति सुजुकी व हीरो मोटो कॉर्प जैसी कंपनियों के प्रमुखों से बातचीत की।
फियो के प्रेसिडेंट शरद कुमार सराफ ने बताया कि वित्त मंत्री ने उनसे कोरोना की वजह से निर्यात में आने वाली अड़चनों की जानकारी मांगी। अन्य उद्योग संगठनों को भी वित्त मंत्री ने उत्पादन और कारोबार में आ रही समस्याओं को दूर करने का भरोसा दिया। जल्द ही देशभर के उद्योग संगठन वित्त मंत्री को लिखित रूप से सभी जानकारी देंगे। संगठनों का कहना है कि पिछले वित्त वर्ष (2020-21) की पहली तिमाही (अप्रैल-जून, 2020) में लॉकडाउन की वजह से जीडीपी में 23.9 फीसद की गिरावट आई थी जिसे सरकार नए वित्त वर्ष की पहली तिमाही में दोहराना नहीं चाहती है।