नई दिल्ली, । दिल्ली के छतरपुर इलाके में हुए श्रद्धा वालकर हत्याकांड (Shraddha Walker Murder Case) के आरोपित आफताब पूनावाला का आज मंगलवार को फिर पॉलीग्राफ टेस्ट किया जा रहा है।
आफताब की वैन पर हुए हमले के बाद रोहिणी स्थित एफएसएल ऑफिस के बाहर पैरामिलिट्री फोर्स को तैनात किया गया है। आफताब का सोमवार को एफएसएल लैब में सात घंटे तक पॉलीग्राफ टेस्ट चला। उसे मंगलवार को दोबारा टेस्ट के लिए एफएसएल दफ्तर लाया गया है।
संभावना जताई जा रही है कि मंगलवार को पॉलीग्राफ टेस्ट पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद अंबेडकर अस्पताल में नार्को टेस्ट की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी। साकेत कोर्ट से मिलने के बाद अब 1 दिसंबर से आरोपित का नार्को परीक्षण किया जाएगा।
एक दिसंबर से होगा नार्को टेस्ट
आफताब का नार्को टेस्ट अब एक दिसंबर से होगा। इससे पहले सोमवार को सुबह करीब साढे 11 बजे से उसका पॉलीग्राफ टेस्ट प्रारंभ हुआ, जो करीब साढे छह बजे शाम तक चला। इस दौरान वह बेहद शांत तरीके से प्रश्नों के उत्तर दे रहा था। लेकिन कुछ सवाल के जवाब अब तक नहीं मिल सके हैं। चूंकि, उसे तिहाड़ जेल ले जाना था, इसलिए सात बजे उसे तिहाड़ के लिए रवाना कर दिया गया।
आफताब की सुरक्षा दिल्ली पुलिस के लिए चुनौती
वहीं, आफताब की सुरक्षा दिल्ली पुलिस के लिए चुनौती बन गई है। सोमवार शाम को रोहिणी स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) से पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद आफताब को ले जा रहे पुलिसकर्मियों की जान उस समय आफत में पड़ गई, जब हिंदू सेना के कुछ कार्यकर्ताओं ने वैन को घेर लिया।
करना चाहते थे आफताब के 70 टुकड़े
ये लोग आफताब को पुलिस गिरफ्त से छुड़ाकर उसके 70 टुकड़े करना चाहते थे। हिंदू सेना के उग्र हो रहे कार्यकर्ताओं पर पिस्टल तानकर किसी तरह पुलिस ने आफताब की जान बचाई। हमले के बाद इलाके में सीआरपीएफ जवानों को तैनात कर दिया गया है। इस मामले में दो आरोपितों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
हाथों में तलवारें लिए लोगों ने वैन पर किया हमला
आरोपितों की पहचान गुरुग्राम के कुलदीप ठाकुर व निगम गुर्जर के रूप में हुई है। सोमवार शाम करीब सात बजे आरोपित आफताब को रोहिणी के एफएसएल से दिल्ली पुलिस की थर्ड बटालियन जेल वैन में लेकर तिहाड़ जेल निकली तो एक कार वैन के आगे आकर खड़ी हो गई।
चालक ने जैसे ही वैन को रोका अचानक हाथों में तलवारें लिए खुद को हिंदू सेना का कार्यकर्ता बताते हुए कुछ लोग पहुंच गए। इसके बाद वैन के बाहर तलवारें लहराते हुए हमला करने लगे।
आफताब तक नहीं पहुंच सके लोग
रोहिणी जिला पुलिस उपायुक्त गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने बताया कि पुलिस और जेल स्टाफ की सतर्कता की वजह से ये लोग आफताब तक नहीं पहुंच सके। हमलावरों ने पीछे की तरफ के दरवाजे को खोला लिया था। प्रशांत विहार थाने में प्राथमिकी कर पुलिस मामले में जांच कर रही है। दो लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।
हिंदू सेना ने किया किनारा
हिंदू सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि हिंदू सेना ऐसे किसी भी काम का समर्थन नहीं करती है, जो भारत के संविधान के खिलाफ हो। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने बताया है कि हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने रोहिणी कोर्ट के बाहर आफताब पर हमला करने की कोशिश की है। यह हमलावरों की निजी भावना है।