- श्रीनगर: कश्मीर घाटी में लगातार आतंकी वारदातें हो रही हैं। इस बीच गृहमंत्री अमित शाह भी केंद्र शासित प्रदेश के दौरे पर पहुंचे। सोमवार को श्रीनगर में उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। वहां पर सुरक्षा के लिहाज से मंच पर बुलेट प्रुफ कांच लगाया गया था, लेकिन अमित शाह ने तुंरत उसे हटवा दिया। बाद में संबोधन के दौरान उन्होंने पाकिस्तान के साथ बातचीत पर बड़ा बयान दिया। साथ ही साफ किया कि उनकी सरकार घाटी में आतंकियों के मंसूबे कामयाब नहीं होने देगी।
श्रीनगर की सभा में अमित शाह ने कहा कि मुझे ताना मारा गया, मेरी निंदा की गई। आज मैं आपसे खुलकर बात करना चाहता हूं, इसलिए यहां कोई बुलेट प्रूफ या सुरक्षा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि फारूक साहब ने मुझे पाकिस्तान से बात करने का सुझाव दिया है, लेकिन मैं घाटी के युवाओं और लोगों से बात करूंगा। बहुत से लोग कहते हैं कि सरकार ने दहशतगर्दों के खिलाफ आवाज नहीं उठाई, इन लोगों ने घाटी का पर्यटन समाप्त कर दिया, लेकिन उनको ये नहीं पता कि मार्च 2020 से 2021 तक यहां पर देश-विदेश से 1.31 लाख पर्यटक आए, जो देश के आजाद होने के बाद का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
गृहमंत्री ने कहा कि जो शांति में खलल पहुंचाते थे, उनका मकसद क्या है? यहां उद्योग ना लगे, पर्यटन ना बढ़े, यहां का युवा बेरोजगार रहे और बेरोजगार होकर हाथ में पत्थर उठाता रहे। हम चाहते हैं कि वो पत्थर की बजाए किताब उठाए, हथियार के बजाए कलपुर्जे जोड़ने के साधन उठाए और अपने जीवन को बढ़ाए।
आम जनता पर हमला कर रहे आतंकी
आपको बता दें कि पहले आतंकी सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर हमला करते थे, लेकिन हर बार वो मार गिराए जाते। जिस वजह से अब आतंकियों ने नया पैटर्न बनाया है, जिसके तहत वो आम जनता खासकर अल्पसंख्यकों और दूसरे राज्य के प्रवासियों पर हमला कर रहे हैं। गृहमंत्री का ये दौरा हाल की वारदातों से जोड़कर देखा जा रहा है।