नई दिल्ली, । सरकार ने मंगलवार को बताया कि भारतीय चिकित्सा एवं अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के एक अध्ययन में पता चला है कि कोरोना रोधी टीके कोवैक्सीन की बूस्टर डोज लेने के बाद सार्स-सीओवी-2 के खिलाफ एंटीबाडी का स्तर बढ़ जाता है।
कोविशील्ड से एंटीबाडी में तीन से चार गुना वृद्धि के आंकड़े
स्वाास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण प्रवार ने यह जानकारी देते हुए राज्यसभा को बताया कि यह अध्ययन कोवैक्सीन टीके की बूस्टर डोज के प्रभाव का पता लगाने के लिए किया गया था। उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि एस्ट्राजेनेका एवं कोविशील्ड टीकों की बूस्टर खुराक के उपलब्ध अंतरराष्ट्रीय आंकड़े बताते हैं कि इसे लेने के बाद एंटीबाडी के स्तर में तीन से चार गुना वृद्धि होती है।
भारती पवार ने बताया कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटागी) की सिफारिश के बाद इस साल 10 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों तथा 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोविड रोधी टीके की सतर्कता डोज दी जा रही है।