लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सत्ता में लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ ने छह वर्षों में कई मिथक तोड़ने के साथ कई रिकार्ड भी बनाए। योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) काशी यात्रा का शतक लगाने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं। काशी की इस शतकीय यात्रा (Kashi Visit) में योगी आदित्यनाथ ने 89 बार काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के दर्शन किए हैं।
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की सत्ता में पिछले 37 सालों में किसी भी पार्टी की लगातार दो बार सरकार नहीं रही और न ही लगातार दो बार कोई मुख्यमंत्री बना। सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में न सिर्फ दूसरी बार भाजपा को बहुमतों से जीत दिलाई। इससे पूर्व 1980 और 1985 में कांग्रेस ने यूपी में लगातार दो बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खाते में दर्ज है ये उपलब्धि
प्रदेश में 1951-52 के बाद से अब तक ऐसी उपलब्धि डा. संपूर्णानंद, चंद्रभानु गुप्त, हेमवती नंदन बहुगुणा, नारायण दत्त तिवारी, मुलायम सिंह जैसे नेताओं के साथ ही मायावती भी हासिल नहीं कर सकीं। इन्हें दो बार मुख्यमंत्री बनने का तो मौका मिला लेकिन लगातार दूसरा पूर्ण कार्यकाल नहीं मिला। मुलायम सिंह यादव और मायावती दो से अधिक बार यूपी की सीएम बनी पर इन नेताओं ने भी वह उपलब्धि हासिल नहीं की जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खाते में दर्ज हो गई है।
नोएडा जाने का मिथक भी सीएम योगी ने तोड़ा
यूपी की सियासत में मुख्यमंत्री के नोएडा जाने को अपशकुन के तौर पर देखा जाता था। पिछले तीन दशक में कोई भी मुख्यमंत्री नोएडा नहीं गया। योगी आदित्यनाथ से पूर्व सीएम रहे अखिलेश यादव अपने पांच साल के कार्यकाल में एक भी बार नोएडा नहीं गए। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी की सत्ता संभालने के बाद नोएडा जाने के मिथक को तोड़ा और पिछले छह वर्षों में वो 20 से अधिक बार नोएडा का दौरा कर चुके हैं।
15 सालों के बाद कोई विधानसभा सदस्य बना मुख्यमंत्री
यूपी में प्रचंड जीत के बाद बीजेपी ने इस बार भी योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया। इसमें नई बात यह हुई जो पिछले 15 सालों में नहीं हुई। पिछले 15 सालों में जो भी नेता मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा वो विधानसभा का सदस्य नहीं रहा। मायावती, अखिलेश यादव और यहां तक कि योगी आदित्यनाथ भी मुख्यमंत्री तो रहे लेकिन विधानसभा नहीं बल्कि विधान परिषद के सदस्य के रूप में।
सीएम योगी ने नाम ये रिकार्ड भी है दर्ज
नंबर एक पर रहना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फितरत है। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जब ढाई दशक पहले इस सुविख्यात पीठ के उत्तराधिकारी बने तब से उनके नाम रिकार्ड दर रिकार्ड जुड़ते गये। मसलन 1998 में जब वह गोरखपुर से पहली बार सांसद चुने गए तब वह सबसे कम उम्र के सांसद थे। 42 की उम्र में एक ही क्षेत्र से लगातार 5 बार सांसद बनने का रिकॉर्ड भी उनके ही नाम है। सीएम बनने के पहले सिर्फ 42 वर्ष की आयु में एक ही सीट से लगातार पांच बार चुने जाने वाले वह देश के इकलौते सांसद रहे हैं।