- नई दिल्ली. कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते देश की अदालतों में पिछले काफी महीनों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मामलों की सुनवाई हो रही है. ऐसे में अब सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने इच्छा जताई है कि अदालतों में पहले की तरह मौजूद होकर बहस और सुनवाई की व्यवस्था जल्द-से-जल्द शुरू हो. उन्होंने कहा, ‘ईश्वर से प्रार्थना है कि जल्द-से-जल्द सभी का टीकाकरण हो और उसके बाद ही सुप्रीम कोर्ट में फिजिकल हीयरिंग शुरू हो.’ उन्होंने मंगलवार को यह टिप्पणी जमानत के एक मामले कि सुनावई के दौरान तब की, जब वरिष्ठ अधिवक्ता महाबीर सिंह ने कहा कि मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि अगली बार जब यह मामला आए, तब सुप्रीम कोर्ट में फीजिकल हीयरिंग हो.
इससे पहले, ग्रामीण और शहरी भारत में ‘डिजिटल विभाजन’ को उजागर करते हुए उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को सरकार से कोविड टीकाकरण के लिये कोविन पर पंजीकरण अनिवार्य बनाए जाने, उसकी टीका खरीद नीति और अलग-अलग दाम को लेकर सवाल पूछते हुए कहा कि ‘अभूतपूर्व’ संकट से प्रभावी तौर पर निपटने के लिये नीति निर्माताओं को ‘जमीनी हकीकत से वाकिफ होना चाहिए.’
केंद्र से ‘जमीनी स्थिति का पता लगाने’ और देश भर में कोविड-19 टीकों की एक कीमत पर उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहते हुए न्यायामूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने सरकार को परामर्श दिया कि ‘महामारी की पल-पल बदलती स्थिति’ से निपटने के लिये वह अपनी नीतियों में लचीनापन रखे.