पटना, : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी (Sushil Kumar Modi) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नीतीश (Nitish Kumar) एक नहीं कई झूठ बोल रहें हैं। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने आरसीपी सिंह (RCP Singh) को लेकर स्थिति स्पष्ट किया। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निर्णय लिया कि शिवसेना के 19 एमपी थे जबकि जदयू 16 एमपी थे।
नीतीश ने कहा था-आरसीपी को बनाएं मंत्री
ऐसे में दोनों दलों से एक-एक सांसद को मंत्री बनाया जाए। इसी फार्मूले पर नीतीश कुमार से बात हुई, लेकिन जदयू दो मंत्री बनाने पर अड़ गया। दूसरी बार जब मंत्रीमंडल विस्तार का समय आया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्वयं अमित शाह (Amit Shah) ने फोन किया और एक नाम मांगा था। इसके बाद नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह का नाम दिया था। नीतीश कुमार ने स्वयं यह भी कहा था कि ललन सिंह नाराज होंगे, लेकिन आरसीपी सिंह को मंत्री बना दीजिए। सुशील मोदी बिहार के 30 प्रतिशत पिछड़ा समाज के साथ नीतीश पर घोखा देने और अपमान करने को लेकर घेरा है।
कभी भी जेल जा सकते हैं तेजस्वी
सुशील मोदी भाजपा प्रदेश मुख्यालय पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। तेजस्वी यादव सीबीआइ के चार्ज भी शीटेड है। बेल पर बाहर हैं। तेजस्वी कभी भी जेल जा सकते हैं। ऐसी स्थिति में नीतीश कुमार राजद को तोड़ कर सत्ता में बने रहना चाहते हैं। जदयू के कई बड़े नेताओं ने भाजपा नेतृत्व से नीतीश कुमार को उप राष्ट्रपति बनाने के लिए संपर्क किया। जदयू आखिरी समय तक दबाव बनाया लेकिन बात नहीं बनी तो उन्होंने बिहार की जनता को धोखा दिया। पांच बार भाजपा ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) छोड़कर महागठबंधन से हाथ मिलाने के खिलाफ भाजपा नेताओं के धरना के दौरान उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Lalan Singh and Upendra Kushwaha) पर जोरदार हमला किया।
नीतीश कुमार ने किया जनादेश का अपमान
बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी प्रदेश मुख्यालय में धरना देकर नीतीश कुमार पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाया। इसे सीधे-सीधे जनादेश का अपमान बताया। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, रविशंकर प्रसाद ने भी नीतीश पर प्रहार किया।
आक्रोशित रहे पार्टी कार्यकर्ता
महाधरना में नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। नेताओं ने नीतीश कुमार के विश्वासघात के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डा. संजय जायसवाल, पूव मंत्री नंद किशोर यादव, प्रेम कुमार समेत भाजपा नेता कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे। नई सरकार के गठन को लोकतंत्र के खिलाफ कदम बताया। नेताओं में रोष व्याप्त है। मंगल पांडेय ने भी धरना को संबोधित किया।
जिला मुख्यालयों पर 12 को होगा प्रदर्शन
अब 12 अगस्त को सभी जिला मुख्यालयों पर महागठबंधन सरकार के खिलाफ इसी तरह का धरना-प्रदर्शन होगा, जिसमें जिला से लेकर राज्य स्तरीय नेता शामिल होंगे। इसके बाद 13 अगस्त को सभी प्रखंड मुख्यालयों पर सरकार विरोधी धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा। कोर ग्रुप की बैठक में तय हुआ है कि भाजपा इस तरह की सरकार विरोधी गतिविधियां निरंतर जारी रखेगी। धरना में भाजपा नेताओं ने फिर से नीतीश कुमार पर भाजपा को जंगल राज में धकेलने का आरोप लगाया। समाजवाद की लड़ाई छोड़कर परिवारवाद और भ्रष्टाचार के गोद में जाकर बैठने को लेकर घेरा। कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को वापस जंगल राज में ढकेलने का प्रयास कर रहे हैं। मंगल पांडेय ने कहा कि डबल इंजन की सरकार को छोड़कर नीतीश कुमार एक बार फिर से बिहार को वापस जंगलराज की तरफ बढ़ चले हैं।