हाथरस। सत्संग में भगदड़ के मामले में पुलिस ने नारायण साकार विश्व हरि के छह सेवादारों को गिरफ्तार किया है। घटना पर अलीगढ़ आईजी शलभ माथुर ने बताया, “भारतीय न्याय संहिता की धारा-105, 110, 126(2), 223 और 238 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया। अभी तक 6 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।”
आईजी माथुर ने बताया, “अगर जरूरत पड़ेगी तो नारायण साकार उर्फ भोले बाबा से पूछताछ की जाएगी। एफआईआर के अंदर उनका (नारायण साकार उर्फ भोले बाबा) नाम नहीं है। जिम्मेदारी आयोजक की होती है। आयोजक का नाम एफआईआर में है। आयोजक पर एक लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया गया है। उनके साथ जो सेवादार थे, जिन्होंने भीड़ को रोकने की कोशिश की। जो वहां से भाग गए। जिन्होंने पुलिस के साथ सहयोग नहीं किया। उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।”
सत्संग में भगदड़ में 121 मौत की घटना के बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई की बात कही जा रही है। सेवादारों और आयोजकों की बड़ी लापरवाही इसमें सामने आई है। इसके पीछे साजिश भी बताई जा रही है। भगदड़ में लोग रौंदे जाते रहे, लेकिन इस घटना को शुरुआत में छिपाने की कोशिश हुई।
सेवादारों ने नहीं उठने दिए शव
सेवादारों ने मदद को पहुंची पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी और अन्य लोगों को शव नहीं उठाने दिए। कहा कि यह बाबा के आशीर्वाद से सही हो जाएंगे। व्यवस्था में लगे तमाम सेवादार मौके से भाग गए। सीएम ने भी इस घटना के पीछे साजिश की आशंका जताई है।
घटना मंगलवार को करीब पौने दो बजे की है। यहां बाबा का काफिला निकलने के दौरान रज एकत्रित करने को लेकर धक्का-मुक्की और भगदड़ हुई। सेवादार और बाबा के निजी सुरक्षाकर्मियों की धक्का-मुक्की के चलते भगदड़ की रिपोर्ट एसडीएम ने भेजी है। इधर, घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीद भी इस बात को कहते नजर आए। उन्होंने बताया कि जब गड्ढे में गिरे लोगों को बचाने के लिए ग्रामीण और पुलिस-प्रशासिक अधिकारी आगे बढ़े तो सेवादारों ने उन्हें शव नहीं उठाने दिए।