रक्षा साझेदारी में पहल को और आगे बढ़ाएंगे दोनों देश
दोनों देशों के बीच इस खास वार्ता के माध्यम से अमेरिका और भारत अगले साल 2+2 मंत्रिस्तरीय से पहले रक्षा साझेदारी में पहल को आगे बढ़ाएंगे। इसमें सूचना-साझाकरण, प्रौद्योगिकी और दोनों देशों की नौसेना सहयोग का समर्थन शामिल है।
इस दौरान प्रतिनिधिमंडल वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों के साथ चर्चा करेगा कि कैसे दोनों देश एक स्वतंत्र, खुले, जुड़े, समृद्ध, और सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करने के लिए सहयोग का विस्तार कर सकते हैं।
वियतनाम दौरे पर भी जाएंगे रैटनर
भारत की वार्ता में हिस्सा लेने के बाद सहायक सचिव रैटनर यूएस-वियतनाम रक्षा नीति वार्ता का नेतृत्व करने के लिए हनोई की यात्रा करेंगे। अमेरिका वियतनाम के साथ व्यापक साझेदारी दोनों देशों के बीच महत्तवपूर्ण कदम है।
बाइडन प्रशासन की इंडो-पैसिफिक रणनीति का प्रमुख केंद्र बिंदु है भारत
बता दें कि विशेष रूप से भारत बाइडन प्रशासन की इंडो-पैसिफिक रणनीति का प्रमुख केंद्र बिंदु है। भारतीय विदेश और रक्षा मंत्रियों ने हाल ही में अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ ‘2+2’ बैठक की थी।
भारत और अमेरिका के बीच संबंध हैं बेजोड़
भारत-अमेरिका द्विपक्षीय साझेदारी में कोरोना महामारी के बाद आर्थिक सुधार, जलवायु संकट और उभरती प्रौद्योगिकियां, आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन, शिक्षा, प्रवासी और रक्षा सहित कई मुद्दों