- वाशिंगटन, 11 जून अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के एक प्रभावशाली सांसद ने भारत में किफायती कोविड-19 रोधी टीके के तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल को आगे बढ़ाने के लिए टेक्सास की एक कंपनी को स्वीकृति मिलने पर उसकी सराहना की है।
कोविड-19 रोधी टीकों के तीसरे चरण के परीक्षण की ह्यूस्टन के ‘टेक्सास चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल’ की घोषणा के बाद प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के सदस्य माइकल मैककॉल ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत सरकार ने टीके की 30 करोड़ खुराकें खरीदने की घोषणा की है।
‘बेलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन’ और हैदराबाद की टीका एवं दवा कंपनी बायोलोजिकल ई लिमिटेड के साथ भागीदारी से टीके विकसित किए जा रहे हैं। टेक्सास चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के ‘सेंटर फॉर वैक्सीन डेवलपमेंट’ में यह टीका विकसित किया गया है और बीसीएम वेंचर्स, ‘बेलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन’ ने इसमें सहयोग किया है।
मैककॉल ने कहा, ”टेक्सास चिल्ड्रेन हॉस्पिटल वैश्विक समुदाय के स्वास्थ्य की बेहतरी और चिकित्सा समाधान के अनुसंधान और विकास में निरंतर अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा। ” उन्होंने कहा, ”दुनिया में एचआईवी-एड्स और उप सहारा अफ्रीका में बच्चों में कैंसर के उपचार में मदद करने से लेकर कोविड-19 के नए टीके के विकास में उनका शानदार कार्य जारी है। मैं जीवनरक्षक प्रयासों के लिए उनके योगदान की सराहना करता हैं और मुझे गर्व है कि मैं उस राज्य से हूं जो इस अभियान का नेतृत्व कर रहा है।”
एक विज्ञप्ति में बताया गया कि ‘कोरबेवैक्स’ टीका के तीसरे चरण का परीक्षण चल रहा है और भारत में 15 स्थानों पर इस कोविड-19 रोधी टीके के प्रभाव और सुरक्षा का मूल्यांकन किया जाएगा।