पटना

इंटरमीडिएट परीक्षा: कड़ाई ऐसी कि नकलचियों के छूट रहे पसीने


  • क्वेश्चन पेपर के दस सेट से नकल की गुंजाइश पर लगा विराम

  • 130 निष्कासित, 29 मुन्नाभाई गिरफ्तार

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में इंटरमीडिएट की परीक्षा में कड़ाई से नकलचियों के पसीने छूट रहे हैं। परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों के प्रवेश द्वार से लेकर परीक्षा-कक्षों तक में तलाशी से गुजरना पड़ रहा है। अपने आगे-पीछे एवं दायें-बायें बैठे परीक्षार्थियों के क्वेश्चन पेपर अलग-अलग सेट के होने की वजह से ताक-झांक की गुंजाइश भी नहीं है।

कड़ाई का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि परीक्षा में प्रश्नपत्रों के 10 सेट (यथा-ए, बी, सी, डी, ई, एफ, जी, एच, आई, जे) हैं, जिससे सीटवार हर 10 परीक्षार्थी तक अलग-अलग सेट में प्रश्नपत्र दिये जा रहे हैं। दोनों पाली की परीक्षा में परीक्षा शुरू होने के दस मिनट पहले तक ही परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिये जा रहे हैं। प्रवेश के समय स्टैटिक मजिस्ट्रेट एवं तैनात पुलिस के जवानों के माध्यम से परीक्षार्थियों की तलाशी ली जा रही है।   वहां से परीक्षार्थी जैसे ही अपने परीक्षा-कक्ष में पहुंचते हैं, तो वहां एक बार फिर उन्हें तलाशी से गुजरना पड़ रहा है।

परीक्षा-कक्षों में हर 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक दिये गये हैं। हर वीक्षक अपने हिस्से के परीक्षार्थियों की तलाशी के बाद घोषणा-पत्र भर कर दे रहे हैं कि परीक्षार्थियों के पास किसी प्रकार की आपत्तिजनक वस्तु नहीं है।

परीक्षा शुरू होते ही इंस्पेक्शन में जोनल, सब जोनल एवं सुपर जोनल मजिस्ट्रेट परीक्षा केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। शिक्षा विभाग द्वारा जिला स्तर पर तैनात नोडल अफसर भी पहुंचने शुरू हो जाते हैं। प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी भी घूम रहे हैं। परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे की नजर है। वीडियो कैमरे से भी परीक्षा संचालन व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है। परीक्षा अवधि में हर परीक्षा केंद्रों के दो सौ गज की परिधि में धारा-144 लागू रह रही है।

‘बीएसईबी एग्जाम 2021’ नाम से एक व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाया गया है, जिससे सभी जिलाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ-साथ बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पदाधिकारी जुड़े हैं। ऐसा सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान एवं उसके निराकरण के लिए किया गया है। इसके साथ ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में कंट्रोल रूम भी काम कर रहा है। परीक्षार्थियों को परीक्षा भवन में प्रवेश पत्र एवं पेन के अलावा कुछ भी नहीं ले जाने की इजाजत है। कैलकुलेटर, मोबाइल फोन एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स (ब्लूटूथ, इयरफोन) पर पूरी तरह बैन है।

राज्य में 1473 परीक्षा केंद्रों पर एक फरवरी से सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त के बीच इंटरमीडिएट की परीक्षा चल रही है। 13 फरवरी तक चलने वाली इस परीक्षा में बैठने के लिए 13,50,233 विद्यार्थियों द्वारा परीक्षा फॉर्म भरे गये हैं। इनमें 7,03,693 छात्र एवं 6,46,540 छात्राएं हैं। पटना की बात करें, तो जिले में 84 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा चल रही है।

जिले में परीक्षा में शामिल होने के लिए पटना जिले के 80 हजार 882 विद्यार्थियों द्वारा परीक्षा फॉर्म भरे गये हैं, जिनमें 41 हजार 789 छात्र एवं 39 हजार 93 छात्राएं हैं। राजधानी में शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थियों के प्रवेश के समय दंडाधिकारियों एवं पुलिस के जवानों के साथ केंद्राधीक्षक महेश चौबे  स्वयं मौजूद रह रहे हैं। वहां व्यवस्था ऐसी है कि परिंदा भी पर न मार सके। ऐसी ही व्यवस्था राजधानी के तमाम परीक्षा केंद्रों की है।

130 निष्कासित, 29 मुन्नाभाई गिरफ्तार

राज्य में इंटरमीडिएट की परीक्षा के तीसरे दिन बुधवार को जहां नकल के जुर्म में 130 परीक्षार्थी निष्कासित हुए, वहीं दूसरे के बदले परीक्षा देते 29 मुन्नाभाई गिरफ्तार किये गये। सर्वाधिक 23 मुन्नाभाई भागलपुर जिले में गिरफ्तार किये गये हैं। तीन मुन्नाभाई नालंदा जिले में तथा सुपौल, मधेपुरा एवं खगडिय़ा जिले में एक-एक मुन्नाभाई की गिरफ्तारी हुई है।

जिलों से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को मिली रिपोर्ट के मुताबिक सर्वाधिक 40 नकलची परीक्षार्थी जमुई जिले से निष्कासित हुए हैं। परीक्षा से नकलची परीक्षार्थियों के निष्कासन के मामले में दूसरा स्थान भोजपुर का रहा। भोजपुर जिले से 18 नकलची परीक्षार्थियों को परीक्षा से निष्कासन की सजा भुगतनी पड़ी है। तीसरा स्थान नालंदा का रहा, जहां से नकल के जुर्म में 16 परीक्षार्थी परीक्षा से निष्कासित हुए हैं। गया में 13 परीक्षार्थी पर नकल विरोधी कानून के तहत परीक्षा से निष्कासित किये गये हैं। औरंगाबाद से नौ परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया है। सीतामढ़ी से चार परीक्षार्थी निष्कासित हुए हैं।

पटना, अरवल, सिवान, मधेपुरा एवं खगडिय़ा से तीन-तीन परीक्षार्थियों को नकल के जुर्म में निष्कासन की सजा भुगतनी पड़ी है। दूसरी ओर गोपालगंज, समस्तीपुर, सहरसा एवं पूर्णिया से दो-दो परीक्षार्थी परीक्षा से निष्कासित किये गये हैं। इसी प्रकार रोहतास, मुजफ्फरपुर, वैशाली, शिवहर, सारण, भागलपुर एवं  अररिया से एक-एक परीक्षार्थी को परीक्षा से निष्कासित किया गया है।

इंटरमीडिएट की परीक्षा के तीसरे दिन साइंस के परीक्षार्थियों ने केमेस्ट्री एवं आर्ट्स के परीक्षार्थियों ने अंग्रेजी की परीक्षा दी। साइंस के परीक्षार्थियों की केमेस्ट्री की परीक्षा पहली पाली में हुई। केमेस्ट्री की परीक्षा में बैठने के लिए राज्य भर से 5,45,495 परीक्षार्थियों द्वारा ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरे गये थे। आर्ट्स के परीक्षार्थियों ने अंग्रेजी की परीक्षा दूसरी पाली में हुई।

अंग्रेजी की परीक्षा में बैठने के लिए राज्य भर से 5,94,485 परीक्षार्थियों द्वारा ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरे गये थे। पटना जिले में केमेस्ट्री की परीक्षा में बैठने के लिए 37,805 परीक्षार्थियों द्वारा ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरे गये थे। जिले में आर्ट्स की अंग्रेजी की परीक्षा में बैठने के लिए 31,528 परीक्षार्थियों द्वारा ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरे गये थे।