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कैसे बीती जेल में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की पहली रात?


  • बांदा। गैंगस्टर से राजनेता बने बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पंजाब की जेल से यूपी की बांदा जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। बांदा जेल में मुख्तार अंसारी के हर मूवमेंट के ऊपर पुलिस ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से नजर रखे हुए है। तो वहीं, बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की पहली रात बड़ी बेचैनी और करवटें बदलते हुए कटी। वो आधी रात तक सो नहीं सके। दरअसल, बांदा जेल में मुख्तार अंसारी को कोई भी वीआईपी सुविधा नहीं दी जा रही है, उन्हें भी आम कैदियों की तरह रखा जा रहा है।

यूपी पुलिस 7 अप्रैल की सुबह करीब चार बजे बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बांदा जेल लेकर पहुंची। यहां सारी औपचारिकताएं और कोविड टेस्ट के बाद उन्हें बैरक नंबर 16 में शिफ्ट कर गया गया। बैरक नंबर 16 में पहुंचे मुख्तार अंसारी की पहली रात बड़ी ही बेचैनी से कटी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्तार अंसारी आधी रात तक सो नहीं सके। वो पूरी रात करवटें बदलते रहे। मुख़्तार को जेल में कोई वीआईपी सुविधा नहीं मिली। उनका भी बिस्तर आम कैदियों की तरह ही जमीन पर लगा, जहां उसे नींद नहीं आई। इतना ही खाने में भी उसने सिर्फ एक रोटी और थोड़ी सी दाल खाई।

ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से पुलिस कर रही है मुख्तार की निगरानी

वैसे तो मुख्तार अंसारी बांदा जेल की बैरक नंबर 16 में बंद है, लेकिन उसके हर मूवमेंट के ऊपर नजर रखी जा रही है। बता दें कि ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की सहायता से मुख़्तार अंसारी के ऊपर नजर रखी जा रही है। इसके लिए लखनऊ में कमांड कण्ट्रोल सेंटर भी बना गया है। कैमरों की फीडिंग का जायजा खुद डीजी जेल आनंद कुमार ले रहे है। इतना ही नहीं, मुख्तार के स्वास्थ्य को लेकर भी पूरी व्यवस्था की गई है। जेल के डॉक्टर के अलावा मेडिकल कॉलेज के चार डॉक्टर ऑन कॉल 24 घंटे उपलब्ध हैं।

हर महीने बदलेंगे ड्यूटी में लगे सुरक्षाकर्मी

डीजी आनंद कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि बांदा जेल पर कड़ी निगरानी रखने के लिए ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया जा रहा है। बताया कि सुरक्षा के लिहाज से डिप्टी जेलर और जेल कर्मियों को बॉडी वार्न कैमरे पहनाए गए हैं। पुलिसकर्मियों की वर्दी पर सामने लगे इस कैमरे को जेल के कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया गया है। ड्रोन कैमरे और बॉडी वार्न कैमरे की फुटेज और रिकॉर्डिंग जेल मुख्यालय के वीडियो वॉल में देखी जा सकेगी। मुख्ता अंसारी की सुरक्षा में हमेशा वहीं पुलिसकर्मी तैनात नहीं रहेंगे। उन्हें हर महीने बदल दिया जाएगा। इन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी जेल मुख्यालय ही तय करेगा। फिलहाल मुख्तार की सुरक्षा में दो डिप्टी जेलर और 12 जेलकर्मियों को तैनात किया गया है।