पटना। बिहार में कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। संक्रमितों के बढ़ते आंकड़ों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की परेशानी बढ़ा दी है। आम लोग भी सहम गए हैं। ऐसे में मौजूदा समय में लोगों की मदद करने कर लिए आरजेडी ने नई पहल की है। डॉक्टरों और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के बीच आरजेडी ने चिकित्सा प्रकोष्ठ के गठन किया है। इस प्रकोष्ठ में कुल 13 डॉक्टर हैं, जो कोरोना संक्रमित मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श देंगे।
पार्टी की इस पहल के बारे में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर जानकारी दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, “जरूरतमंद लोग कोरोना संबंधित किसी भी जानकारी और निशुल्क चिकित्सीय परामर्श के लिए राजद, चिकित्सा प्रकोष्ठ के 13 सदस्यीय चिकित्सकों की टीम के हेल्पलाइन नम्बर पर बात कर सकते हैं। जरूरतमंदों की निर्धारित समय पर डाक्टर्स द्वारा टेलीमेडिसिन के जरिए यथासंभव मदद करने की कोशिश की जाएगी।”
बता दें कि तेजस्वी यादव बिहार स्वास्थ्य विभाग की कुव्यवस्था को लेकर इनदिनों राज्य सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर हैं। वो लगातार मुख्यमंत्री को स्वास्थ्य संसाधनों की कमी का जिम्मेवार बता कर घेर रहे हैं। हालांकि, सत्ता पक्ष के नेताओं का भी सवाल है कि नेता प्रतिपक्ष होने के नाते तेजस्वी जनता के लिए क्या कर रहे हैं? ऐसे में चिकित्सा प्रकोष्ठ के गठन को इस सवाल के जवाब के रूप में देखा जा सकता है।
गौरतलब है कि तेजस्वी केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ही नहीं, पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साध रहे हैं। बीते दिनों उन्होंने ट्वीट के केंद्र सरकार पर हमला बोला था। उन्होंने पूछा था, ” कोरोना संकट को एक साल बीत गया लेकिन अब तक केंद्र सरकार ने क्या काम किया? क्या केंद्र सरकार का कोई दायित्व नहीं है? अगर नहीं तो वो है ही क्यों? चुनाव कराने के लिए?”