वैदिक एजुकेशनल रिसर्च सोसाइटी द्वारा राष्ट्रकल्याण एवम विश्वशांति हेतु वेदमाता मंदिर छित्तूपुर, लंका में आयोजित गायत्री पुरश्चरण महायज्ञ में जारी विद्वत् चर्चा एवम विद्वान सम्मान कार्यक्रम के २६ वें दिन शनिवार को संस्कृत भारती के प्रांत प्रचार प्रसार प्रमुख डा. सरोज कुमार पाण्डेय ने कहा कि गायत्री एक वैदिक सिद्ध महामंत्र है जिसके उच्चारण से महती ईश्वरीय कृपा प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि गायत्री जप से मनुष्य के समस्त पापों का नाश होकर शारीरक मानसिक शक्ति का उत्कर्ष होता है। मंत्र के प्रभाव से वह अदृश्य रक्षाकवच से आवृत होकर मृत्युभय से मुक्ति प्राप्त करता है। सोसायटी के अध्यक्ष तथा कार्यक्रम के संयोजक पंडित शिवपूजन चतुर्वेदी ने डाक्टर पाण्डेय, नागेन्द्र कुमार वाजपेयी, अतुल केशरी एवं गंगाधर उपाध्याय को अंगवस्त्र एवं नारियल भेंट कर सम्मानित किया। वैदिक वटुकों ने डाक्टर पाण्डेय एवं आमंत्रित अतिथियों का सुमधुर सामगान से स्वागत किया। पं. चतुर्वेदी ने कहा कि वेदमाता की कृपा अमोघ है। उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं को गायत्री गंगा के अवगाहन की प्रेरणा दी। इस अवसर पर यज्ञाचार्य पण्डित सुनील चौबे, डाक्टर रमाशंकर तिवारी, पण्डित अमूल्य उपाध्याय, पण्डित वाचस्पति पांडेय, पण्डित जयप्रकाश चतुर्वेदी सहित विद्वान एवं श्रद्धालु उपस्थित थे।