मुगलसराय। नियामताबाद विकास खण्ड के दुलहीपुर क्षेत्र के कई गांवों में वर्षो से जटिल समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। इसके निराकरण के बाबत गांव के प्रतिनिधियों को सोचने के साथ ही ग्रामीणों को भी विचार करना होगा। आखिर समस्याएं जस की तस वर्षो से क्यो बनी हुई हैं। अब एक बार फिर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद प्रधानों को शपथ दिलायी जायेगी। जो गांव में विकास करने का भी दावा करेंगे। परन्तु आने वाला समय ही बतायेगा कि गांव के सचिवालय में विकास के बाबत कितनी चर्चाएं हुई और उन्हे अमली जामा पहनाये जा सका। लोगों का कहना है कि ग्राम प्रधानों के साथ वार्ड मेम्बर भी होते हैं परन्तु अधिकांशत: यह देखा गया है कि वार्ड मेम्बरों की मौजूदगी किन्ही कारणों से विकास कराने में नहीं दिखाई पड़ती। जबकि किसी भी प्रस्ताव को पास करने में सभी वार्ड मेम्बरों को विश्वास में लेना चाहिए। कारण कि वार्ड मेम्बरों की संख्या पूर्ण होने पर ही गांव सभा का गठन होता है। जानकारों का माना जाय तो प्रधान शपथ तो ले सकते हैं लेकिन गठन के लिए वार्ड मेम्बरों का पूर्ण संख्या होना जरुरी ह्ै। सड़क व नाली निर्माण से जुड़ी हुई कई समस्याएं ग्राम भिसौड़ी, दुलहीपुर, सतपोखरी, मलोखर आदि क्षेत्रों में देखी जा सकती है। जिसे प्रधानों को शपथ लेने के उपरांत प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराना चाहिए।