चहनियां। मां भागीरथी के पश्चिम वाहिनी तट बलुआ घाट पर मंगलवार की अपराह्न प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड द्वारा प्रायोजित रिवर रैंकिंग कार्यक्रम एवं जन जागरूकता गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी ईशा दुहन ने कार्यक्रम का शुभारंभ निषाद समाज के 29 सदस्यों में दुर्घटना बीमा का प्रमाण पत्र वितरण करके किया। इस दौरान डीएम श्रीमती दुहन ने कहा कि भारत सरकार द्वारा मत्स्य के विकास हेतु संचालित प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रदेश की महत्वपूर्ण सदावाही नदियों में अत्यधिक प्रदूषण एवं मत्स्य आखेट के कारण नदी की भारतीय मेजर कार्प प्रजाति की मछलियां जैसे रोहू भाकुर नैन संकटग्रस्त हो रही हैं। साथ ही मत्स्य आखेट पर निर्भर रहने वाले गरीब मछुआ समुदाय व्यक्तियों की आजीविका की दृष्टि का राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड भारत सरकार द्वारा गंगा नदी में प्रणाली में भारतीय मत्स्य प्रजाति के मछलियों के संरक्षण हेतु प्रदेश में रिवर रैचिग कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसके तहत जिलाधिकारी द्वारा 140000 मत्स्य अंगुलिका छोड़ी गई। साथ ही कहा कि नीली क्रांति योजना ही प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना में तब्दील हो गई है। वही किसानों पर बल देते हुए कहा कि किसान चाहे तो अपनी आय को इसे दोगुना कर सकता है। जैसे बंगाल में धान के खेत में मछली पालन किया जाता है एक तरफ धान की फसल काटा जाता है तो दूसरी तरफ मछली भी बेच करके आय दोगुना किया जाता है जनपद में 432 तालाब 407 हेक्टेयर में प्रस्तावित है। जिनका आवंटन प्रक्रिया चालू है। जिससे इच्छुक लाभार्थी विभाग से संपर्क कर अपनी बीमा व तालाब के लिए कर सकता है। साथ ही उसे जीविकोपार्जन का एक सहारा मिल जाएगा। वही मत्स्य संपदा उप निदेशक वाराणसी मंडल वाराणसी अनिल कुमार ने इस योजना पर विस्तृत चर्चा किया। उन्होंने कहा कि इससे संबंधित जिस भी प्रकार की कठिनाइयां होंगी उसे दूर किया जायेगा। कोई भी व्यक्ति मुझसे संपर्क कर सकता है। उसकी पूरी मदद की जाएगी साथ ही आप सभी मछुआ समुदाय के लोग अपना दुर्घटना बीमा अवश्य कराएं।