यीशु के जन्मोत्सव का सिलसिला और इसको मनाने का दौर शनिवार को भी बना रहा। मसीही समुदाय पर पर्व की खुमारी चढ़ी रही और बधाइयों के देने-लेने का क्रम बना रहा। सुबह कैंटोमेंट स्थित चर्च में समुदाय के लोगों ने यीशु के जन्म की खुशी का इजहार किया और प्रार्थना सभा में शामिल हुए। इसके बाद पर्व की बधाई दी और परंपरागत तरीके से पर्व मनाया। इसके तहत उपहारों का लेन-देने होने के साथ रात्रि तक पार्टियों का सिलसिला भी बना हुआ था। रात्रिकालीन पार्टी में मसीही समुदाय के लोग घरों में जुटे और केक खाने के बाद बोर्न फायर किया। इस दौरान कैरल की गूंज होती रही और नाचने-थिरकने का सिलसिला बना हुआ था। देर रात तक लोगों ने सभी के साथ पार्टियों को इंज्वाय किया। सुबह चर्च में फादर ने सभी को पर्व की बधाई दी और यीशु के उपदेश पर चलने की सीख भी दी। इसे जीवन में लाने और इस सिद्घांत पर चलने के लिये दूसरे को प्रेरित करने के लिये सभी को बताने का भी उपदेश दिया। प्रार्थना सभा में शामिल होने के परंपरागत साज-सज्जा और वस्त्र पहने गये तो चर्च भी पूर्वाह्नï 10 बजे से अपराह्नï दो बजे तक खुला रहा। यह अलग बात है कि इस बार कोविड के कारण मेला नहीं लगा है और झूले-चरखी का बच्चे आनंद नहीं ले पाये। इसके बावजूद परिसर बड़ा होने और धूप गुनगुनी होने के कारण पार्क में बच्चों ने परिवार के लोगों के साथ विविध व्यंजनों का आनंद लिया और खूब मस्ती भी की।