नयी दिल्ली। चीनी उद्योग के संगठन इस्मा ने मंगलवार को कहा कि चीनी मिलों ने गत अक्टूबर से शुरू चालू चीनी वर्ष के पहले चार महीनों में 176.8 लाख टन चीनी का उत्पादन किया, जो बीते वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 25.37 प्रतिशत अधिक है। इस्मा के एक बयान के मुताबिक एक साल पहले की समान अवधि में चीनी उत्पादन 141 लाख टन था। चीनी की बिक्री अक्टूबर-दिसंबर के दौरान लगभग पिछले साल के बराबर 67.5 लाख टन बताई गई है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) का अनुमान है कि 2020-21 के विपणन सत्र में कुल चीनी उत्पादन 302 लाख टन रह सकता है, जबकि वर्ष 2019-20 में यह आंकड़ा 274.2 लाख टन था। इस्मा के अनुसार मौजूदा विपणन सत्र में जनवरी तक लगभग 491 चीनी मिलें चालू थीं, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 447 था। देश के प्रमुख चीनी उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में उत्पादन इस साल थोड़ा कम रहा, हालांकि महाराष्ट्र में उल्लेखनीय तेजी देखने को मिली। उद्योग संगठन ने बजट में डिनेचर्ड एथिल अल्कोहल पर आयात शुल्क को 2.5 प्रतिशत से बढ़ाकर पांच प्रतिशत करने के प्रस्ताव का स्वागत किया और कहा कि इससे भारतीय चीनी उद्योग द्वारा उत्पादित घरेलू गुड़ और शराब की मांग बढ़ेगी।