रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने छात्रों के लिए तीन योजनाओं का शुभारंभ किया। इसमें गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मानकी मुंडा छात्रवृत्ति और मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना शामिल हैं। इस दौरान सीएम ने कहा कि युवा पीढ़ी के लिए महत्वपूर्ण योजना शुरू की जा रही है। झारखंड विकास की श्रेणी से नीचे हैं।
यहां के आदिवासी, मूलवासी और गरीब विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई होती थी। इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार ऐसा प्रयास शुरू किया है। जब तक इस प्रदेश के किसान और मजदूर के बच्चों को उच्च शिक्षा नहीं मिलती है तब तक राज्य विकास की मुख्य धारा में नहीं जुड़ सकता है।
गुरुजी क्रेडिट कार्ड से 15 लाख तक लोन मिलेंगे- CM
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी मैट्रिक पास करने के बाद इस योजना से जुड़कर उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें। मैट्रिक पास होने के बाद छात्रों के मन में डॉक्टर, इंजीनियर और लॉ पढ़ने की सोच होती है। इसी सोच को पूरा करने के लिए यह योजना लाई गई है। गुरुजी क्रेडिट कार्ड से छात्र 15 लाख तक बैंक से मात्र चार प्रतिशत राशि पर लोन प्राप्त कर सकते हैं।
अब किसी विद्यार्थी को पैसे की कमी नहीं होगी और न ही इसके लिए उसे कुछ भी गिरवी रखनी होगी। उच्च शिक्षा प्राप्त कर विद्यार्थी एक दिन झारखंड और अपने परिवार को संवारेंगे। धनी प्रदेश में शिक्षा के अभाव और व्यवस्था की अभाव था। इसको सुदृढ़ करने के लिए इस योजना को लाया गया है।
2500 रुपये भरण-पोषण के लिए दिया जाएगा- मुख्यमंत्री
सीएम चंपई ने कहा कि मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना के तहत डिप्लोमा करने वालों को प्रति वर्ष 15 हजार और बीटेक करने वाले को 30 हजार रुपये प्रति वर्ष दिए जाएंगे। इसी तरह मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना के तहत मुफ्त कोचिंग दी जाएगी। इसके अलावा यहां रहने वाले विद्यार्थी को 2500 रुपये भरण-पोषण के लिए दिया जाएगा।
गांव के बच्चे पढ़कर आएंगे, तो उन्हें मुफ्त कोचिंग मिलेगी ताकि अच्छी शिक्षा प्राप्त कर वह अपना जीवन संवार सकें क्योंकि बिना शिक्षा के न तो अपना परिवार और न ही प्रदेश का विकास हो सकता है। हर वर्ग के विद्यार्थी को उच्च संस्थान में पढ़ाई के लिए सरकार ने तीन योजना लांच की है।
उन्होंने कहा कि हम यहां के आदिवासी, मूलवासी के बच्चों को विदेश में पढ़ाई के लिए भेज रहे हैं, ताकि वहां से पढ़कर आने के बाद वह प्रदेश को आगे ले जाने में मदद करें। झारखंड में शिक्षा का अच्छा वातावरण लाएंगे, ताकि किसी वर्ग का विद्यार्थी शिक्षा से दूर नहीं रहे। सभी को अच्छी शिक्षा मिले, यही सरकार की प्राथमिकता है।