डिहरी ऑन सोन (आससे)। करगहर थाना क्षेत्र के गोगहरा और बभन बरेहटां गांवों में मंगलवार को हार्वेस्टर और रीपर मशीन से निकली चिंगारी से आधा दर्जन गांवों के 400 बीघे गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि गोगहरा गांव के बधार में स्थित बरियारपट्टी मौजा में गेहूं हार्वेस्टिंग के बाद रीपर मशीन से भूसा बनाने का कार्य किया जा रहा था। इसी बीच मशीन से निकली चिंगारी से आग लग गई। आग गेहूं के डंठलों को जलाते हुए गेहूं की खड़ी फसलो में जा पहुंची। तेज पछुआ हवा में घी का काम किया। गेहूं के जल रहे फसलों से साथ निकल रही लपटें किसानों के अरमानों को भी राख में तब्दील कर दिया।
आग बुझाने के लिए स्थानीय प्रशासन को सूचित किया गया। जब तक फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंचती तब तक गोगहरा के किसान अजय भगत के 12 बीघा, रामायण सिंह के 6 बीघा, कृष्णा भगत के 20 बीघा ,ललन भगत के 10 बीघा, संजय भगत के 12 बीघा ,विनय कुमार के 2 बीघा सहित एक दर्जन किसानों के 70 बीघे गेहूं की फसल जलकर राख हो गई।
आग फसलों को जलाते हुए तेज गति से भैसाडीह, चौहान बरेहटां, नीमडीहरा आदि गांवों के बधार में खड़ी फसलों को जलाकर राख कर दिया। जिसमें किसानों के एक सौ बीघे गेहूं की फसल जल कर राख हो गई। आग नीमडीहरा गांव के बधार में स्थित गोरेया नदी तक पहुंच गई। जहां नदी के तटबंधों के ऊंचा नीचा होने के कारण आगे पार नहीं कर सकी।
वहीं दूसरी ओर बभन बरेटा गांव में हार्वेस्टिंग के दौरान हार्वेस्टर से निकली चिंगारी से गेहूं के खेतों में आग लग गई। हवा के साथ आग पूरब दिशा की ओर तांडव मचाते हुए बढ़ने लगी। जो कौवखोंच, घोरडीहां भलुनी, चौहान बरेटा वैशाली नीम वीरा और बहुआरा गांवों के बधार में गेहूं की खड़ी फसलों को जलाकर राख कर दिया। इस घटना में उक्त गांव के एक सौ बीघे से अधिक भूमि में लगी गेहूं की खड़ी फसलें जलकर राख हो गई। गेहूं की हुई इस अगलगी की घटना से प्रभावित सैकड़ों किसान परिवारों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
अगलगी की घटना के दौरान उक्त गांवों में पहुंचे अंचलाधिकारी सूर्येश्वर कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रभावित किसानों के आवेदन पत्र प्राप्त होने के बाद उन्हें सरकारी सुविधा सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।