- अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद पाकिस्तान सरकार हर मुद्दे पर उसका मार्गदर्शक बनने की कोशिश कर रही है। लेकिन तालिबान लगातार उसको झटके दे रहे हैं। तालिबान ने एयरपोर्ट सिक्योरिटी के बाद अब बाइलेट्रल ट्रेड यानि आपसी कारोबार के मुद्दे पर भी पाकिस्तान का ऑफर ठुकरा दिया है। तालिबान ने इमरान सरकार का अफगानिस्तान से पाकिस्तानी रुपए में ट्रेड करने का प्रस्ताव ठुकरा दिया है।
तालिबान ने कहा है कि वो अपने हितों को देखते हुए फैसले लेंगे और ये उनके लिए सम्मान का प्रश्न भी है। बता दें कि पिछले दिनों पाकिस्तान के वित्त मंत्री शौकत तरीन ने संसद में और इसके बाहर कहा था कि वो अफगानिस्तान की नई हुकूमत के साथ मजबूत कारोबारी रिश्ते चाहते हैं और इसके लिए पाकिस्तान की करंसी को इस्तेमाल करना चाहते हैं।
तरीन ने ये भी कहा था कि दोनों देश इस करंसी का इस्तेमाल आर्थिक हालात सुधारने के लिए कर सकते हैं। तालिबान ने तीन दिन चुप रहने के बाद इसका जवाब दिया। तालिबान नेता और अहमदउल्ला वासिक ने न्यूज एजेंसी से कहा- हम साफ कर देना चाहते हैं कि आपसी कारोबार तो हमारी मुद्रा यानी अफगानीस में ही होगा। करंसी को नहीं बदला जाएगा। हम अपनी पहचान का महत्व समझते हैं और इसे बनाए रखेंगे। इससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता।