नई दिल्ली। एम्स की ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों के लिए करीब 16 करोड़ की लगभग से नया वेटिंग हॉल बनेगा। एम्स ने इसके निर्माण की जिम्मेदारी एचएससीसी को सौंपी है। एचएससीसी ने इसके निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की है।
छह महीने में बन जाएगा वेटिंग हॉल
टेंडर आवंटन के बाद छह माह में यह वेटिंग हॉल बनकर तैयार होगा। इसलिए उम्मीद है कि इस वर्ष के अंत तक यह वेटिंग हॉल तैयार हो जाएगा।
इससे ओपीडी में दूर दराज से इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों को बड़ी राहत होगी। एम्स की ओपीडी में प्रतिदिन 13 से 15 हजार मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। इसमें से हजारों मरीज दूसरे राज्यों से इलाज के लिए आते हैं।
OPD ब्लाक के बाहर लगती है मरीजों की लाइन
ओपीडी पंजीकरण के लिए में मरीज रात में ही एम्स पहुंचने लगते हैं और रात में ढाई-तीन बजे से नए ओपीडी ब्लाक के बाहर मरीजों की लाइन लग जाती है।
फिर भी सुबह आठ बजे ओपीडी पंजीकरण शुरू होने पर सैकड़ों मरीज स्लाट पूरा होने के कारण ओपीडी पंजीकरण कराने से महरूम रह जाते हैं।
ओपीडी रजिस्ट्रेशन कराना होगा आसान
ऐसे में दूर दराज से पहुंचने वाले मरीजों को परेशानी होती है। इसके मद्देनजर एम्स ने मस्जिद मोठ के पास व नए ओपीडी के नजदीक स्थित भूमिगत पार्किंग में वेटिंग हॉल बनाने की तैयारी की है।
इसके तैयार होने पर मरीज इस वेटिंग हॉल में बैठकर ओपीडी पंजीकरण के लिए अपनी बारी का इंतजार कर सकेंगे। इससे मरीजों को ओपीडी पंजीकरण कराना आसान होगा।