(आज समाचार सेवा)
नवादा। जिला पदाधिकारी यश पाल मीणा की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिले भर में कोरोना संक्रमण के अप्रत्याशित बृद्धि को देखते हुए कोरोना संक्रमण पर रोक लगाने हेतु हमें पूरी तरह से चौकस रहना चाहिए। भविष्य में कोरोना के कहर से निपटने के लिए आवश्यक तैयारी को लेकर उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर पर विशेष निगरानी की जाय। स्टॉक में हमेशा भरा हुआ 100 ऑक्सीजन सिलेंडर रखा जाय।
सदर अस्पताल, नवादा में मैन पावर, एम्बुलेंस, बिजली की व्यवस्था, शव वाहन, जीवन रक्षक दवा की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित की जाय। उन्होंने कहा कि सभी पीएचसी स्तर पर जीवन रक्षक दवाओं को प्रचुर मात्रा में उपलब्ध करायें। कोरोना पॉजिटिव मरीजों को समुचित ईलाज की व्यवस्था की जाय। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि संभावित एईएस एवं लू से बचाव हेतु पीएचसी स्तर पर पूर्व तैयारी करना सुनिश्चित करें। पीपीटी कीट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।
स्वास्थ्य विभाग को 02 हजार थर्मल स्कैनर उपलब्ध करायी जायेगी। जीविका द्वारा मास्क निर्माण में तेजी लाने का निर्देश दिया गया साथ ही जिले भर में मास्क वितरण व्यापक पैमाने पर करने का भी निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन तीन से चार हजार टेस्टिंग कराना सुनिश्चित करें एवं व्यापक पैमाने पर वैक्सिनेशन कराना सुनिश्चित करें। समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि सदर अस्पताल, नवादा में ऑक्सीजन पाईप लाइन का शीघ्र निर्माण किया जाय साथ ही आपात स्थिति से निपटने के लिए अति आवश्यक सामग्री क्रय की जाय।
उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टर को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना महामारी काल में जिले भर में ऑक्सीजन सिलेंडर एवं आवश्यक दवाओं की कालाबाजारी पर रोक लगायी जाय। धावादल गठित कर व्यापक पैमाने पर छापेमारी कर दुकानों को सील करना सुनिश्चित करें। मनमानी करने वाले एवं नाजायज वसूली करने वालों को चिन्हित कर सख्त कड़ी कार्रवाई की जाय।
एम्बुलेंस के लिए भी कोई नाजायज रकम की मांग करता है तो उसपर भी कार्रवाई की जायेगी। सरकारी अस्पतालों में दवाओं के एक्पायरी डेट पर भी विशेष निगरानी रखी जाय। जिले भर में सामग्रियों के दर निर्धारण हेतु सभी मार्केटिंग अफ़सर को निर्देश दिया गया कि इसपर विशेष निगरानी रखें ताकि आम लोगों को सही दाम पर सामग्री मिल सके।
सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि बरसात कि दिनों में सदर अस्पताल परिसर में वर्षा का पानी जमा हो जाने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद को निर्देश देते हुए कहा कि सदर अस्पताल परिसर में वर्षा का पानी न जमा हो, इसकी समुचित उपाय की जाय।
समिति द्वारा संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ की तैयारी को लेकर आवश्यक निर्णय लिये गए। कुछ प्रखंडों यथा-सिरदला, मेसकौर, नारदीगंज, कौआकोल में सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न होती है। इससे निपटने के लिए उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो। नल-जल योजना को धारातल पर उतारें साथ ही जल जीवन हरियाली योजना अन्तर्गत कार्यों को ससमय पूरा करें।
इस अवसर पर माननीय जिला पार्षद अध्यक्ष पिंकी भारती, उप विकास आयुक्त वैभव चौधारी, अपर समाहर्त्ता उज्जवल कुमार सिंह, सिविल सर्जन डॉ॰ अखिलेश कुमार मोहन, एएसपी महेन्द्र प्रसाद बसंत्री, अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर उमेश भारती, जिला आपदा शाखा पदाधिकारी विश्वजीत कुमार आदि उपस्थित थे।