पटना

झारखंड में लगातार हो रही भारी बारिश से नालंदा के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति


      • जिलाधिकारी ने बंधुगंज, काउजवे एवं मंडयी बीयर का किया स्थलीय निरीक्षण
      • बाढ़ निस्सरण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को तटबंधों की निगरानी एवं सुरक्षा का दिया निर्देश
      • हजारीबाग एवं चतरा में हो रही लगातार बारिश से फल्गु के जलस्तर में उत्तरोत्तर वृद्धि
      • एकंगरसराय, हिलसा एवं करायपरशुराय में हो सकती है बाढ़ की स्थिति
      • सकरी, जिराईन, गोईठवा, सोईवा एवं पंचाने के जलस्तर में भी हो रही लगातार वृद्धि

बिहारशरीफ (आससे)। पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बूंदाबांदी और बारिश से जहां खेतों में पानी भरा है, वहीं जिले की नदियों के जलग्रण क्षेत्र झारखंड के हजारीबाग, चतरा, कोडरमा आदि जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जहां फल्गु नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ा है, वहीं पंचाने, गोईठवा और सकरी नदियों में भी पानी की बढ़ोतरी जारी है। इसी प्रकार सकरी और जिराईन नदी में भी पानी बहना शुरू हो गया है। पंचाने और गोइठवा नदी का जलस्तर कभी भी खतरे के निशान तक पहुंच सकता है।

हिलसा अनुमंडल के कई क्षेत्रों में नदी का पानी खेतों में भी फैलना शुरू हो गया है। संभावित बाढ़ के मद्देनजर जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह शनिवार को फल्गु नदी से संभावित बाढ़ वाले इलाके यथा बंधुगंज, काउजवे एवं निर्माणधीन मंडयी बीयर का स्थलीय निरीक्षण किया।

एफएमआईएससी के द्वारा दिये गये वर्षामाप के अनुसार 30 जुलाई को हजारीबाग एवं चतरा में क्रमशः 57.40 तथा 65.10 मिमि बारिश हुई, जबकि 31 जुलाई को हजारीबाग एवं चतरा में क्रमशः 150.30 तथा 68.70 एमएम बारिश हुई है।


अगले 24 घंटे के अनुमान में तेज हवा के साथ बारिश की संभावना

31 जुलाई तक होनी चाहिए थी 428.9 और हुई 479.6 मिमि बारिश जो सामान्य से 12 फीसदी अधिक

बिहारशरीफ (आससे)। जिले में अगले 24 घंटे में हल्की से भारी बारिश की संभावना जतायी गयी है। जबकि 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जो अधिकतम 40 किलोमीटर तक हो सकती है हवा चलने का भी पूर्वानुमान जारी किया गया है। मौसम विभाग पटना ने बताया कि पिछले 24 घंटे में नालंदा जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में हल्की, मध्यम तथा कहीं-कहीं भारी बारिश हुई है। निम्न दबाव का परिसंचरण 7.6 किलोमीटर उपर से बन रही है, जबकि एक टर्फ रेखा गुजर रही है, जिससे अगले 24 घंटे में जिले में मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है।

मौसम विभाग पटना ने बताया कि मॉनसून का आधा समय गुजर चुका है और इस अवधि में नालंदा जिले में सामान्य से 12 फीसदी अधिक बारिश हुई है। 31 जुलाई तक जिले में 428.9 मिमि बारिश होनी चाहिए थी, जबकि आज तक 479.6 मिमि बारिश दर्ज की गयी है, जो सामान्य से 12 फीसदी अधिक है।


डीएम ने बताया कि 30 जुलाई को फल्गु का जलस्तर खतरे के निशान से 111.69 को पार कर गया था, जिसके फलस्वरूप उदेरा स्थान बराज से लगभग 50 हजार क्यूसेक जल का प्रवाह हो रहा है जो मंडयी बीयर के डाउनस्ट्रीम में धोवा नदी और लोकाइन नदी को प्रभावित कर रहा है।

सिंचाई प्रमंडल उदेरा स्थान के कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि 80 हजार से लेकर 90 हजार क्यूसेक जल प्रवाहित होने की संभावना है, जिससे नालंदा के एकंगरसराय, हिलसा तथा करायपरशुराय प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र प्रभावित होंगे और बाढ़ की संभावना है।

बाढ़ नियंत्रण एवं जल निःस्सरण प्रमंडल एकंगरसराय के कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि अभी तक सभी तटबंध सुरक्षित है, जिसकी सतत निगरानी की जा रही है। जिला पदाधिकारी द्वारा तटबंधों की सतत निगरानी एवं निरीक्षण का निर्देश दिया गया है। साथ हीं चौकसी बरतने की हिदायत दी गयी है। कुल मिलाकर हिलसा अनुमंडल के हिलसा, एकंगरसराय, करायपरशुराय में बाढ़ की संभावना प्रबल हो गयी है। वहीं धोवा के जलस्तर बढ़ने से नगरनौसा तथा हरनौत के इलाके भी प्रभावित हो सकते है।

इधर दूसरी ओर पंचाने तथा गोईठवा के जलस्तर बढ़ने से बिहारशरीफ, रहुई, हरनौत के कुछ इलाके तथा अस्थावां में नदी का पानी खेतों में फैल सकता है, जबकि जिराइन और सकरी से कतरीसराय, अस्थावां और बिंद प्रखंडों का खेती का कार्य प्रभावित हो सकता है।