जल्द मिल सकता है पंजाब को नया डीजीपी
बताया जाता है कि राज्य में अमन कानून की स्थिति जिस प्रकार से बिगड़ रही है उससे सरकार डीजीपी भावरा के कामकाज से खुश नहीं है। काबिले गौर है कि डीजीपी ने केंद्र में डेपुटेशन पर जाने की इच्छा जताई है। भावरा ने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय व राज्य सरकार को पत्र लिखा है।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद राज्य सरकार भी भावरा ने नाराज चल रही थी। आप के सत्ता में आने के बाद कानून और व्यवस्था को लेकर विपक्षी पार्टियों ने सरकार को घेर रखा है। मूसेवाला की हत्या का असर संगरूर चुनाव नतीजे पर भी देखने को मिला है।
उधर, नए डीजीपी को लेकर दौड़ शुरू हो गई है। डीजीपी की स्थायी नियुक्ति से पहले सरकार को कार्यकारी डीजीपी लगाना पड़ेगा। पद रिक्त होने के बाद ही सरकार नए डीजीपी के लिए यूपीएससी को पैनल भेजेगी। कार्यकारी डीजीपी लगने की दौड़ में हरप्रीत सिंह सिद्धू और गौरव यादव का नाम सबसे ऊपर चल रहा है।
गौरव यादव को कुछ समय पहले ही मुख्यमंत्री का स्पेशल प्रिंसिपल सेक्रेटरी नियुक्त किया गया था। सिद्धू के पास एसटीएफ चीफ की कमान है। इसके अलावा आईपीएस शरद सत्या चौहान, संजीव कालडा भी दौड़ में शामिल है। पंजाब में छह माह में चौथे डीजीपी बदले जाएंगे।