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- विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को चिह्नित करने को होगा सर्वे
- शिक्षा मंत्री पहुंचे बीईपी, आधारभूत संरचना विकास निगम व किलकारी
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(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में प्लस-टू तक की पढ़ाई के लिए पंचायत स्तर पर अपग्रेड किये गये सभी स्कूल आधारभूत संरचना से लैश होंगे। इसके साथ ही विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को चिह्नित करने के लिए सर्वे होगा। इस बाबत शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा शिक्षा परियोजना परिषद, बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड तथा किलकारी-बिहार बाल भवन के निरीक्षण के दौरान उच्चाधिकारियों को दिये गये।
दरअसल, विजय कुमार चौधरी शुक्रवार को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद पहुंचे। यह सैदपुर स्थित बिहार राष्ट्रभाषा परिषद के परिसर में है। जिस भवन में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद है, उसी भवन में बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड भी है। उन्होंने दोनों कार्यालयों का भ्रमण किया तथा काम-काज की स्थिति का जायजा लिया। उनका स्वागत बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह ने पुष्प-गुच्छ देकर किया।
शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने अधिकारियों से कहा कि परिषद के कार्यों को जन-जन के बीच पहुंचाया जाना चाहिए। गुणवत्ता शिक्षा को केन्द्र बिंदु में रखकर कार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए किये जा रहे कार्यों की भी जानकारी ली।
प्रत्येक पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालयों की स्थापना को राज्य सरकार का एक महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक कदम बताते हुए इन विद्यालयों में आधारभूत संरचना के निर्माण कार्य को शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने का निर्देश शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने दिया। उन्होंने कहा कि बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड द्वारा कराने जा रहे निर्माण कार्य अविलंब पूरा कराये जायें।
वहां से निकलने के बाद शिक्षा मंत्री श्री चौधरी किलकारी बिहार बाल भवन पहुंचे। यह उसी परिसर में है। उन्होंने बच्चों के रचनात्मक क्रियाकलापों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। बच्चों के रचनात्मक कार्यों को राष्टï्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए उन्हेांने सलाह भी दिये।
शिक्षा मंत्री के भ्रमण के दौरान बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह, किलकारी की निदेशक ज्योति परिहार, बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक (प्रशासन) वसंत सिंह एवं बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के प्रशासी पदाधिकारी रविशंकर सिंह सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।