पटना

पटना एम्स में 15 साल की लड़की के पेट से निकला साढ़े नौ किलो का ट्यूमर


दो घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद तीन दिनों तक आईसीयू में रखकर बचायी जान

फुलवारीशरीफ। काफी दिनों से असहनीय पेटदर्द से परेशान होकर पटना एम्स में इलाज कराने आयी सीतामढ़ी निवासी 15 साल की लड़की का सफलतापूर्वक ऑपरेशन करके साढ़े नौ किलो वजन का ट्यूमर निकाल कर डाक्टरों ने जान बचाई है। एम्स में चले दो घंटों के इस ऑपरेशन में शामिल डॉक्टर भी ट्यूमर निकाले जाने के बाद आश्वस्त नहीं हो रहे थे कि लड़की की जान बचेगी या नहीं।

ऐसा इसलिए क्योंकि लड़की की हालत अत्यंत ही क्रिटिकल बनी हुई थी। एम्स की डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन के बाद तीन दिनों तक आईसीयू में रखकर निगरानी की। एम्स ट्रामा एंड इमरजेंसी हेड डॉ. अनिल ने बताया की लड़की के परिजनों को बता दिया गया था कि ऑपरेशन के दौरान मरीज की जान बचाने की गुंजाइश नहीं के बराबर है। उसके बावजूद परिवार ने ऑपरेशन कराने पर जोर दिया और एम्स की टीम पर पूरा भरोसा जताया। जिसके बाद सोमवार को ही डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके साढ़े नौ किलो का ट्यूमर निकाल लिया। उसके बाद भी तीन दिनों तक आईसीयू में रखा गया और अब मरीज की हालत काफी अच्छी हो गयी है।

इस ऑपरेशन में डॉ. अनिल कुमार, डॉ. जगजीत पाण्डेय, डॉ. शिव शंकर,डॉ सतीश, डॉ शिव किशोर, डॉ. सत्या और डॉ. राहुल शामिल थे। सर्जरी से ज्यादा इस मरीज के लिए बेहोश करना बड़ी चुनौती थी। एनेस्थीसिया के टीम डॉ. निशांत और डॉ. सरफराज थे।

डॉ. अनिल ने बताया कि ऐसे मामलों में लोगो में जागरूकता की जरूरत है। अगर किसी मरीज को पेट में दर्द के साथ पेट में कोई गांठ महसूस हो तो एक अल्ट्रासाउंड करवाकर तुरन्त डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि इसकी ट्यूमर का साईज इतना बड़ा न हो  पाए। उन्होंने बताया कि बड़ा ट्यूमर बहुत सारे नॉर्मल स्ट्रक्चर को दबा देता है और मरीज की परेशानी बढ़ जाती है।