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- मेदान्ता ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. नरेश त्रेहान से किया आग्रह
- एम्स पटना ने अपने बेड की संख्या को 330 किया
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(आज समाचार सेवा)
पटना। मेदान्ता ग्रुप के द्वारा निर्मित पटना के कंकड़बाग अवस्थित मेदान्ता अस्पताल को अविलंब कोविड के इलाज हेतु डेडीकेटेड अस्पताल के रूप में शुरू किया जाये। यह आग्रह आज मेदान्ता ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. नरेश त्रेहान से किया। उन्होंने कहा कि एक बड़ा अस्पताल बना है और कोरोना के बढ़ती हुई संख्या के आलोक में इसको तुरंत आरंभ किया जाये। डॉ. त्रेहान ने उन्हें आश्वस्त किया है कि इसे बहुत जल्द ही शुरू करवा देंगे।
ईएसआईसी के बिहटा स्थित अस्पताल हेतु सेना के छह और डॉक्टर पहुंच गये हैं, जिससे कोविड इलाज में सुविधा हुई है। उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से पुन: विनम्र आग्रह किया है कि सेना के डाक्टर की संख्या बिहटा के अस्पताल के लिए और बढ़ायी जाये, जिसके कारण कोरोना मरीज के इलाज में सहयोग मिलेगा।
ऑक्सीजन के आपूर्ति हेतु उन्होंने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल तथा पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से कई बार विशेष आग्रह किया था। स्वयं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय भी इस दिशा में प्रयासरत थे। बिहार की ऑक्सीजन की आवश्यकता हेतु वायुसेना के विशेष विमान से ऑक्सीजन कंटेनर ट्रक आज से बोकारो स्टीन प्लांट एयरलिफ्ट होना शुरू हो गया। अब जल्द ही वहां से पटना रवाना होगा, ऐसा अधिकारियों ने आश्वस्त किया है।
ज्ञातव्य है कि पूर्व में उन्होंने ऑक्सीजन आपूर्ति हेतु एन. चन्द्र शेखरन, टाटा सन्स के अध्यक्ष (चेयरमैन) से आग्रह किया था, जिसके फलस्वरूप टिस्को, जमशेदपुर से लिक्विड ऑक्सीजन पटना में आ रहा है, जिससे ऑक्सीजन सिलेंडर बड़ी संख्या में बनाया जा रहा है।
कल उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र पटना साहिब से बांकीपुर के विधायक सह पथ निर्माण मंत्री नीतिन नवीन एवं दीघा के विधायक सह प्रदेश महामंत्री संजीव चौरसिया, पटना महानगर भाजपा के जिलाध्यक्ष अभिषेक कुमार, जिला के सभी पदाधिकारियों एवं सभी मंडल अध्यक्षों के साथ व्यापक वर्चुअल चर्चा की और स्थिति को सुधारने के लिए उनके विचार जाने।
उनसे चर्चा के आलोक में उन्होंने पटना के जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह और पटना नगर निगम के आयुक्त हिमांशु शर्मा को विशेष निर्देश दिया कि पटना में सेनेटाइजेशन के कार्य को और तेजी से किया जाये, साफ-सफाई का ध्यान रखा जाये, सब्जी बेचने के लिए कॉलोनी, मुहल्ले में ही ठेले से उपलब्धता हो जिससे सब्जी मंडी में भीड़ न हो।
पटना अवस्थित सभी शवदाह-गृह एवं घाटों की साफ-सफाई एवं अंतिम संस्कार में सहूलियत और मृतकों के शव को उचित प्रकार से रखने एवं देख-रेख हेतु उचित नोडल अधिकारी नियुक्ति किये जायें।
उन्होंने कहा कि वे बिहार और पटना में स्थिति को सुधारने हेतु भारत सरकार की मदद से पूरे सक्रिय हैं और स्वास्थ्य मंत्री के साथ जीवंत संपर्क में भी हैं। उन्होंने आज एम्स पटना के निदेशक से भी बात की और उन्होंने इस बात पर संतोष जाहिर किया कि एम्स पटना ने अपने बेड की संख्या को 330 कर दिया है।