(आज समाचार सेवा)
पटना। कोरोना वायरस संक्रमण से बिगड़ती स्थिति क मद्देनजर विधानसभा सचिवालय को १७ से २५ अप्रैल तक बंद कर दिया गया है। विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि बंद के दौरान पूर्व निर्धारित अति महत्वपूर्ण कार्यों का ही निष्पादन हो सकेगा। कार्यालय बंदी की अवधि में कर्मियों को अपना मोबाइल ऑन रखने को कहा गया है। इस अवधि में पूरे सभा सचिवालय परिसर को सेनेटाइज कराने का निर्देश दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि सभा सचिवालय के कुछ पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के कोरोना पॉजीटिव होने के बाद स्पीकर ने १३ अप्रैल से अधिकारियों एवं कर्मियों की कोविड टेस्ट कराया जा रहा है। १३ से १५ अप्रैल के बीच २४ अधिकारी व कर्मी पॉजीटव पाये गये हैं। १६ अप्रैल को शाम चार बजे तक फिर २० अधिकारी व कर्मचारी कारोना पॉजीटिव पाये गये हैं। सभाध्यक्ष श्री सिन्हा ने सभा सचिवालय के पदाधिकारियों एवं कर्मियों को हर हाल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने, मास्क लगाने, समय-समय पर साबुन से हाथ धोने, सोशल डिसटेंसिंग का पालन करने और हाथ सेनेटाइज करने को कहा गया है।
स्पीपकर ने कहा कि कोई भी सरकार चिकित्सक के माध्यम से मात्र बीमारी का इलाज करा सकते हैं, महामारी का इलाज सावधानी, सतर्कता और समाज में जागरूकता पर निर्भर करता है। उन्होंने सभी सामाजिक संगठनों, कार्यकर्ता, बुद्धिजीवि और मीडिया से इस कोरोना महामारी से लडऩे के लिए इससे संबंधित नकारात्मक चर्चा के बजाये सकारात्मक और रचनात्मक वातावरण बनाने की अपील की, जिससे लोगों के बीच इस महामारी से बचाव के लिए अधिकाधिक जागरूकता फैल सके। उन्होंने सभी से प्रकृति की निकटता बढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि स्वच्छ हवा और मिट्टी के संसर्ग में रहने से हमारे शरीर को मजबूती मिलती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।