पटना

छठ-दीपावली पर बिहार आनेवालों की होगी कोरोना जांच


बचे लोगों का टीकाकरण तेजी से करायें, मुख्यमंत्री ने की स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा

(आज समाचार सेवा)

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि दीपावली एवं छठ पर्व पर दूसरे राज्यों से आनेवाले लोगों की बिहार में इंट्री कोरोना जांच के बाद ही होगी। यदि वैसे लोगों के पास ७२ घंटे पूर्व की आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव होगी, तो उनकी जांच नहीं होगी, बशर्तें उन्हें जांच रिपोर्ट साथ लेकर चलना होगा। मुख्यमंत्री १, अणे मार्ग स्थित संकल्प में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में बचे हुए लोगों का टीकाकरण तेजी से कराएं। बैठक में प्रस्तुतिकरण देते हुए स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि छठ के पूर्व टीकाकरण अभियान तेज करने के साथ जांच की दर बढ़ायी जाएगी।

उन्होंने कहा कि १८, १९ और २० अक्टूबर को कोरोना वैक्सीन के दूसरे डोज को लेकर डोर-टू-डोर अभियान चलाय जायेगा। इस दौरान लोगों को कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के लिए भी प्रेरित किया जायेगा। उन्होंने डब्ल्यूएचओ द्वारा मोतिहारी जिले के वैक्सीनेशन को लेकर किये गये सर्वे की भी जानकारी दी। डब्ल्यूएचओ के सर्वे में जानकारी दी गयी है कि मोतिहारी जिले में ९६ प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बचे हुए लोगों का टीकाकरण तेजी से करायें। आधार-कार्ड नहीं रहने के कारण जिनका वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है, उनका किसी दूसरे पहचान पत्र के आधार पर टीकाकरण करायें और उनका आधार कार्ड भी अवश्य बनवायें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली एवं छठ महापर्व में देश के अन्य राज्यों में रह रहे बिहार के लोग बड़ी संख्या में यहां आते हैं, उन सबका कोरोना जांच करायें। अगर उनका अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ है तो उनका टीकाकरण भी अवश्य करायें। अन्य राज्यों में बिहार के बाहर रह रहे लोगों को प्रचार-प्रसार के माध्यम से यह जानकारी दें कि अगर उन्होंने अपना टीकाकरण एवं आरटीपीसीआर जांच करा लिया है तो उसका प्रमाण-पत्र साथ रखें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड एवं इंटर बॉर्डर चेक प्वाइंट पर बाहर से आनेवालों पर विशेष नजर रखें। इन जगहों पर भी कोरोना जांच की व्यवस्था रखें। नेपाल से सटे राज्य के सीमावर्ती जिलों में भी कोरोना संक्रमण को लेकर विशेष सतर्कता बरतें। टीकाकरण के साथ-साथ कोरोना जांच भी महत्वपूर्ण है। कोरोना जांच की संख्या और बढ़ायें। बाहर से आनेवाले जो लोग अगर कोरोना पॉजिटिव पाये जाते हैं तो उनका आरटीपीसीआर जांच कर यह कंफर्म हो लें कि वे कोरोना पॉजिटिव हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि माइकिंग के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति सचेत एवं जागरूक करते रहें।

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह, राज्य स्वास्थ्य समिति के अपर कार्यपालक निदेशक अनिमेश परासर एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे।