पटना

पटना: मैट्रिक की परीक्षा शुरू, केंद्रों पर पहुंचे अध्यक्ष


  • परीक्षा केंद्रों पर पुलिस का सशस्त्र पहरा
  • कैलकुलेटर, मोबाइल फोन व अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर बैन
  • हर जिले में नोडल अफसर संभाल रहे कमान
  • मोबाइल एप्प से भी हो रही मॉनीटरिंग

 

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में 1,525 परीक्षा केंद्रों पर बुधवार को सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त के बीच मैट्रिक की परीक्षा शुरू हुई। यहां राजधानी पटना में परीक्षा शुरू होते ही परीक्षा संचालन की स्थिति का जायजा लेने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे।

श्री आनन्द किशोर ने जिन परीक्षा केंद्रों पर औचक रूप से पहुंचे, उनमें रामलखन सिंह यादव उच्च विद्यालय, शास्त्रीनगर राजकीय बालक उच्च विद्यालय एवं शास्त्रीनगर राजकीय बालिका उच्च विद्यालय शामिल हैं। इनमें शास्त्रीनगर राजकीय बालक उच्च विद्यालय आदर्श परीक्षा केंद्र है, जहां परीक्षार्थियों से लेकर वीक्षक एवं सुरक्षाकर्मी सभी महिलाएं हैं। हेल्पडेस्क भी है। परिसर में फूल, गुब्बारों एवं कार्पेट की व्यवस्था की गयी है। अध्यक्ष ने परीक्षा में पूछे गये सवालों  को लेकर परीक्षार्थियों से जानकारी भी प्राप्त की। विजीटर रजिस्टर पर इंट्री भी की। पहले दिन 80 अंकों की विज्ञान की परीक्षा हुई।

राज्य भर में कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन को लेकर परीक्षा केंद्रों पर त्रिस्तरीय मजिस्ट्रेसी व्यवस्था की गयी है। इसके तहत जोनल, सब जोनल एवं सुपर जोनल स्तर पर मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं। हर परीक्षा केंद्र पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस के सशस्त्र जवान तैनात हैं। परीक्षा प्रारंभ होने के 10 मिनट पहले परीक्षा केंद्रों में परीक्षार्थियों के प्रवेश की व्यवस्था पर सख्ती से अमल किया जा रहा है।

मैट्रिक की परीक्षा में शामिल होने के लिए इस बार 16 लाख 84 हजार 466 परीक्षार्थियों द्वारा परीक्षा फॉर्म भरे गये हैं। इनमें आठ लाख 37 हजार 803 छात्राएं और आठ लाख 46 हजार 466 छात्र हैं। आपको बता दूं कि मैट्रिक की परीक्षा में शामिल होने के लिए फॉर्म भरे हुए विद्यार्थियों में लगभग आधे विद्यार्थी पहली पाली में एवं आधे दूसरी पाली की परीक्षा में शामिल होते हैं तथा सम्पूर्ण परीक्षा के दौरान उसी पाली में परीक्षा देते हैं।

इस बार पहली पाली की परीक्षा के परीक्षार्थियों की संख्या आठ लाख 46 हजार 969 है, जिनमें चार लाख 22 हजार 661 छात्राएं एवं चार लाख 24 हजार 308 छात्र हैं। दूसरी पाली की परीक्षा के परीक्षार्थियों की संख्या आठ लाख 37 हजार 497 है, जिनमें चार लाख 15 हजार 142 छात्राएं एवं चार लाख 22 हजार 355 छात्र हैं।

खैर, परीक्षा केंद्रों के दो सौ गज की परिधि में अनधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक है। ‘बीएसईबी एग्जाम 2021’ नाम से एक व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाया गया है, जिससे सभी जिलाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ-साथ बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पदाधिकारी जुड़े हैं। ऐसा सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान एवं उसके निराकरण के लिए किया गया है। परीक्षार्थियों को परीक्षा भवन में प्रवेश पत्र एवं पेन के अलावा कुछ भी नहीं ले जाने की इजाजत है। कैलकुलेटर, मोबाइल फोन एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स (ब्लूटूथ, इयरफोन) पर पूरी तरह बैन है।

परीक्षार्थियों की तलाशी दो स्तर पर ली जा रही है। पहली तलाशी परीक्षा केंद्रों के मुख्य प्रवेश द्वार पर प्रवेश के समय ली जा रही है। दूसरी तलाशी परीक्षा कक्ष में वीक्षकों द्वारा ली जा रही है। इसके तहत एक वीक्षक पर पचीस परीक्षार्थियों की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। तलाशी के बाद हर वीक्षक द्वारा इस आशय के घोषणा पत्र भरे जा रहे हैं कि परीक्षार्थियों के पास कोई आपत्तिजनक सामान नहीं पाया गया है। हर पाली की परीक्षा की रिपोर्ट परीक्षा केंद्रों से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को मोबाइल एप्प से मिल रही है। छात्र-छात्राओं को उत्तर लिखने के लिए दी जाने वाली हर विषय की कॉपी एवं ओएमआर शीट पर उनकी तस्वीर है।

परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की नजर में ली जा रही है। इसके लिए परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। परीक्षा केंद्र के मुख्य प्रवेश द्वार एवं परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। हर परीक्षा केंद्र पर सम्पूर्ण परीक्षा संचालन प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग के लिए 500 परीक्षार्थियों पर एक वीडियोग्राफर तैनात किये गये हैं। पुलिस की गश्ती गाडिय़ां भी परीक्षा केंद्रों को कवर कर रही हैं।

दोनों पालियों की परीक्षा में परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के 10 मिनट पहले तक ही प्रवेश देने की बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की व्यवस्था के तहत प्रथम पाली के परीक्षार्थी को परीक्षा प्रारंभ होने के समय (पूर्वाह्न 9.30 बजे) से 10 मिनट पहले यानी पूर्वाह्न 9.20 बजे तक तथा दूसरी पाली के परीक्षार्थी को परीक्षा आरंभ होने के समय (अपराह्न 1.45 बजे) से 10 मिनट पहले यानी 1.35 बजे तक ही प्रवेश दिया जा रहा है।

हर जिले में चार आदर्श महिला परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। छात्राओं के लिए बनाये गये आदर्श परीक्षा केंद्रों पर वीक्षक एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट सहित सभी महिला अधिकारी-कर्मचारी तैनात की गयी हैं। शिक्षा विभाग द्वारा हर जिले में तैनात नोडल अफसरों द्वारा भी परीक्षा संचालन की मॉनीटरिंग जिला स्तर पर की जा रही है। परीक्षा संचालन की गहन मॉनीटरिंग के लिए यहां बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के मुख्य भवन  में बनाया गया कंट्रोल रूम काम कर रहा है। यह चौबीसो घंटे काम कर रहा है।

यहां पटना जिले में 74 परीक्षा केंद्रों परीक्षा शुरू हुई है। पटना जिले से परीक्षा में शामिल होने के लिए 73 हजार 30 विद्यार्थियों द्वारा परीक्षा फॉर्म भरे गये हैं, जिनमें 38 हजार 145 छात्राएं एवं 34 हजार 885 छात्र हैं। जिले में पहली पाली के परीक्षार्थियों की संख्या 37 हजार 335 है, जिनमें 19 हजार 396 छात्राएं एवं 34 हजार 885 छात्र हैं। जिले में दूसरी पाली के परीक्षार्थियों की संख्या 35 हजार 695 है, जिनमें 18 हजार 749 छात्राएं एवं 16 हजार 946 छात्र हैं।