नई दिल्ली, । पीएम मोदी के एक चुटकुले को लेकर कांग्रेस ने उन पर चौतरफा हमला बोला है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के अलावा तमाम नेताओं ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने पूछा कि आत्महत्या को लेकर कोई भी इंसान इतना संवेदनहीन कैसे हो सकता है?
आत्महत्या का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए: राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक ट्वीट कर पीएम मोदी पर हमला बोला है। राहुल ने कहा, “हजारों परिवार आत्महत्या के कारण अपने बच्चों को खोते हैं। प्रधानमंत्री को उनका मजाक नहीं उड़ाना चाहिए।”
आत्महत्या हंसी का विषय नहीं
वहीं, प्रियंका गांधी ने कहा, “अवसाद और आत्महत्या खासकर युवाओं में कोई हंसी का विषय नहीं है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, 2021 में 1,64,033 भारतीयों ने आत्महत्या की। जिनमें से एक बड़ा प्रतिशत 30 वर्ष से कम आयु के थे। यह एक त्रासदी है मजाक नहीं।” प्रियंका ने आगे कहा कि पीएम और उनके मजाक पर दिल खोलकर हंसने वालों को इस असंवेदनशील मुद्दों का उपहास करने के बजाय खुद को बेहतर ढंग से शिक्षित करना चाहिए और जागरूकता पैदा करनी चाहिए।
इसको लेकर कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट हुआ है। इस ट्वीट में लिखा है, “प्रधानमंत्री जी आत्महत्या पर ‘चुटकुला’ सुना रहे हैं। आत्महत्या को लेकर कोई भी इंसान इतना संवेदनहीन कैसे हो सकता है? हमारे देश में हर रोज 450 लोग आत्महत्या करने को मज़बूर हैं और प्रधानमंत्री के लिए यह ‘चुटकुला’ है।”
क्या है मामला?
गौरतब है कि टीवी चैनल के कार्यक्रम में पीएम मोदी ने एक चुटकुला सुनाया था। मोदी कहते हैं कि एक बार अंग्रेजी के प्रोफेसर की बेटी ने आत्महत्या कर ली थी। जब उनके पिता को सुसाइड नोट की पर्ची मिली तो उसे पढ़कर वो नाराज हो गए। दरअसल, उसमें स्पेलिंग की गलती थी।