नई दिल्ली, स्वर्गीय हरमोहन सिंह की 10वीं पुण्यतिथि के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे लोकतंत्र के लिए एक बहुत बड़ा दिन है क्योंकि नए राष्ट्रपति ने शपथ ली है। आजादी के बाद पहली बार आदिवासी समुदाय की एक महिला हमारे देश का नेतृत्व करने जा रही है। पीएम मोदी ने कहा कि लोहिया जी के विचारों को उत्तर प्रदेश और कानपुर की धरती से हरमोहन सिंह यादव जी ने अपने लंबे राजनैतिक जीवन में आगे बढ़ाया। उन्होंने प्रदेश और देश की राजनीति में जो योगदान किया, समाज के लिए जो कार्य किया, उनसे आने वाली पीढ़ियों को मार्गदर्शन मिल रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हरमोहन सिंह यादव जी ने न केवल सिख संहार के खिलाफ राजनैतिक स्टैंड लिया, बल्कि सिख भाई-बहनों की रक्षा के लिए वो सामने आकर लड़े। अपनी जान पर खेलकर उन्होंने कितने ही सिख परिवारों के मासूमों की जान बचाई।
राजनीतिक स्वार्थों को समाज और देश के हित से भी ऊपर रखने का चलन हुआ शुरू
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि हाल के समय में विचारधारा या राजनीतिक स्वार्थों को समाज और देश के हित से भी ऊपर रखने का चलन शुरू हुआ है। कई बार तो सरकार के कामों में विपक्ष के कुछ दल इसलिए अड़ंगे लगाते हैं क्योंकि जब वो सत्ता में थे, तो अपने लिए फैसले वो लागू नहीं कर पाए।
दल का विरोध, व्यक्ति का विरोध देश के विरोध में न बदले: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि ये हर एक राजीतिक पार्टी का दायित्व है कि दल का विरोध, व्यक्ति का विरोध देश के विरोध में न बदले। विचारधाराओं का अपना स्थान है और होना चाहिए। राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं हैं, तो हो सकती हैं। लेकिन देश सबसे पहले है। समाज सबसे पहले है और राष्ट्र प्रथम है।